भोपाल। राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने आज यहां आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बी के कुठियाला और शिक्षकों के विरुद्ध बिना जांच और अप्रमाणित आरोपों पर प्राथमिकी दर्ज कराने एवं प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान को राजनीति में घसीटने का कार्य किया है। सिन्हा यहां पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने तानाशाही मानसिकता से ग्रस्त होकर यह कदम उठाया है और शिक्षाविदों पर प्रतिशोध की भावना से कार्य किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके ऊपर लग रहे सभी आरोप निराधार हैं और उन्होंने अपनी प्रतिनियुक्ति के दौरान उल्लेखित सभी शर्तों का पालन किया है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में विश्वविद्यालय प्रशासन के कदमों से राजनैतिक प्रतिशोध की गंध आ रही है। सिन्हा ने नयी सरकार की ओर से विश्वविद्यालय के कार्यकलापों की जांच के लिए गठित की गयी जांच समिति पर भी सवाल उठाया और कहा कि इसके दो सदस्य सत्तारूढ़ दल कांग्रेस से जुड़े थे और निश्चित ही उन्होंने निष्पक्ष रिपोर्ट नहीं सौंपी होगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से संबंधित मामलों के बारे में अवगत कराने के लिए आज यहां एक ज्ञापन भी राज्यपाल को सौंपा गया है। विश्वविद्यालय की एक रिपोर्ट के आधार पर हाल ही में यहां आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने तत्कालीन कुलपति बी के कुठियाला के अलावा एक दर्जन से अधिक शिक्षकों के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आरोप है कि कुलपति ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए नियम विरूद्ध कार्य किए और अनेक नियुक्तियां भी नियम को दरकिनार की गयीं। ये सभी मामले पिछले एक दशक के हैं।