रायपुर। देश के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में केन्द्रीय एवं राज्य पुलिस बल के द्वारा संयुक्त रूप से नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान जल्द शुरू करने के संकेत मिले है। इसके लिए व्यापक रणनीति तय करने की कवायद जारी है। उच्च पदस्थ सूत्रों ने आज यहां यूनीवार्ता से इसकी पुष्टि करते हुए सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इस बारे में शेष जानकारी देने से इंकार कर दिया। केन्द्रीय गृह मंत्रालय में पिछले महीने वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार नियुक्त होने के बाद भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत अधिकारी श्री के.विजयकुमार राज्य को कई दौरा कर चुके है।श्री कुमार आज फिर राज्य के दौरे पर है।
कुमार आज राजनांदगांव में भारत तिब्बत सीमा पुलिस(आईटीबीपी),केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ),राज्य पुलिस के नक्सल आपरेशन से जुड़े अधिकारियों के साथ ही नक्सल प्रभावित पांच जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ के साथ बड़ी बैठक की है।इस बैठक में महाराष्ट्र के गढ़ चिरौली जिले एवं मध्यप्रदेश के बालाघाट के अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। बैठक में केन्द्रीय बलों एवं राज्य पुलिस बल के बीच बेहतर समन्वय के साथ आपरेशन चलाने पर चर्चा की गई।
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक रह चुके कुमार राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के चप्पे चप्पे से अवगत है,और राज्य में लगातार दौरा करते रहे है।राज्य के पुलिस महानिदेशक डी.एम.अवस्थी (नक्सल आपरेशन) के विशेष महानिदेशक रहे है और उनका श्री कुमार से बहुत अच्छा समन्वय माना जाता है। अवस्थी हाल के वर्षों में राज्य के पहले पुलिस महानिदेशक है जोकि स्वयं नक्सल क्षेत्रों में सीधे पहुंचते हैं,और केन्द्रीय बलों से बेहतर समन्वय रखते है।
कुमार के अलावा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक ए.पी. महेश्वरी भी आज राज्य के दौरे पर पहुंचे। उन्होने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राजधानी में मुलाकात की,और उसके बाद बीजापुर जिले में सीआरपीएफ कैम्प के लिए निकल गए। वहां पर उन्होने नक्सल क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ अधिकारियों से मंत्रणा की।
राज्य में लगभग 13 महीने पूर्व कांग्रेस सरकार बनने के बाद नक्सलियों के खिलाफ चल रही आक्रामक रणनीति को लेकर संशय की स्थिति थी,लेकिन मुख्यमंत्री बघेल ने फिलहाल पूर्व की रणनीति में कोई बदलाव नही होने के संकेत पुलिस अधिकारियों को दे दिए है,जिससे बड़े नक्सल अभियान का रास्ता साफ हो गया है।
हालांकि बघेल ने नक्सल आपरेशनों में निर्दोष लोगो के नुकसान नही पहुंचने की हिदायत दी है। सूत्रों के अनुसार केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जल्द ही नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक करने वाले है जिसके बाद यह बड़ा अभियान शुरू हो सकता है।