नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उम्मीद जताई है कि 2022 तक संसद के नये भवन का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और आजादी के 75वें साल में संसद की कार्यवाही नये भवन में होगी। बिरला ने शुक्रवार को संसद के शीतकालीन सत्र के समापन के बाद अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रयास किया जा रहा है कि 2022 में देश की आजादी के 75वें साल पर नये संसद भवन में संसद की कार्यवाही प्रारंभ हो। इस संदर्भ में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत कर इस दिशा में तेजी से काम करने का अनुरोध किया है और श्री मोदी ने उनके इस अनुरोध पर अपनी सहमति भी दी है।
उन्होंने कहा कि इस बारे में तैयारियों को लेकर लगातार बातचीत का दौर चल रहा है। महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी प्रकरण पर उन्होंने कहा कि सदन में महिला मंत्री के साथ अभद्रता करने वाले कांग्रेस सदस्य टी एन प्रतापन तथा डीन कुरियाकोस के विरुद्ध मामला विशेषाधिकार समिति के पास भेजा गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लोकसभा सदस्य मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता वाली यह विशेषाधिकार समिति बजट सत्र में रिपोर्ट सौंप देगी। संसदीय कार्य मंत्री प्रसाद जोशी के दोनों सदस्यों को उनके आचरण के कारण नियम 374 के तहत निलम्बित करने संबंधी प्रस्ताव पर लोकसभा अध्यक्ष ने नौ दिसम्बर को सदन में कहा था कि सभी सदस्यों को नियमों का पालन करना चाहिए।
सदन की प्रतिष्ठा के विरुद्ध किसी भी आचरण को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र में कुल 20 बैठकों में नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 तथा विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) सहित कुल 14 विधेयक पारित हुए और कामकाज 115 प्रतिशत हुआ है। इस अवधि में 18 सरकारी विधेयक और 28 गैर सरकारी विधेयक पुन:स्थापित किए गये। सत्र के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर 28 घंटे 43 मिनट चर्चा चली। बिरला ने कहा कि इस बार एक नया प्रयोग किया गया कि जो सदस्य सवाल पूछते हैं, उनको उनका नया वीडियो भेजा जा रहा है ताकि वे इसे अपने पास रख सकें। इसके अलावा टेलीफोन के माध्यम से पहले ही उन्हें जानकारी दी जा रही है आपका प्रश्नकाल है और सदन में कौन सा विधेयक आने वाला है।
उन्होंने कहा कि इस सत्र में एक और प्रयोग यह हुआ और सदस्यों की क्षमता निर्माण की नई पहल की गयी जिसके तहत सदस्यों के लिए विधायी कार्यों को लेकर नौ ब्रीफिंग सत्र आयोजित किए गये। इसका उद्देश्य सभा के समक्ष महत्वपूर्ण विधायी कार्यों पर मुद्दों तथा विधेयक के संबंध में सदस्यों को जानकारी देना होता है। इस दौरान संबंधित मंत्रालय तथा विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहते हैं। अध्यक्ष ने कहा कि सत्र के दौरान 140 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गये और औसतन प्रतिदिन 7.36 प्रश्नों के उत्तर दिए गये। इसके अलावा प्रतिदिन औसतन 20.42 अनुपूरक प्रश्नों के उत्तर दिए गये और 27 नवंबर को सभी 20 तारांकित प्रश्न सदन में लिए गये।