नई दिल्ली। विपक्षी सदस्यों ने वस्तु एवं सेवा कर से प्राप्त होने वाले राजस्व का हिस्सा राज्यों का न दिये जाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को राज्य सभा में शून्य काल में जोरदार हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गयी। शून्य काल शुरू होते ही तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्यों के अलावा कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया और हंगामा शुरू कर दिया।
सदन की कार्यवाही शुरू होने पर नियमित कामकाज निपटाने के बाद सभापाति एम वेंकैया नायडू ने शून्य काल के लिए सदस्यों का नाम पुकारा तो टीआरएस के सदस्य श्रीनिवास श्रीधर्मापुरी और अन्य हाथों में प्ले कार्ड लेकर खड़े हो गये और सदन के बीचो-बीच आने की कोशिश करने लगे। इसके बाद कांग्रेस के जयराम रमेश तथा माकपा और भाकपा के सदस्यों ने भी उनका साथ दिया और वे भी जोर-जोर से बोलने लगे। हंगामा करीब पांच मिनट तक हंगामा जारी रहा। नायडू ने इस बीच सदस्यों से अपनी-अपनी सीटों पर जाने और शून्य काल कार्यवाही समुचित रूप से चलाने का बार-बार आग्रह किया लेकिन हंगामा जारी रहा तो उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।