नई दिल्ली। व्यस्त जीवनशैली में सांस्कृतिक पहचान को बनाये रखने के साथ भोजन में बदलाव आ रहा है और इसमें ‘स्नैक्स’ की अहम भूमिका है । कैडबरी डेयरी मिल्क और बोर्नविटा जैसे खाद्य उत्पाद बनाने वाली मान्डेलीज इंडिया फूड्स प्राइवेट लिमिटेड ने देश में स्नैक्स को लेकर अध्ययन कराया है। कंपनी की पहली वैश्विक रिपोर्ट में देश में स्नैक्स की भोजन के लिए बढ़ती मांग का खुलासा हुआ है। कंपनी की यह रिपोर्ट विश्व में उपभोक्ताओं के रुख पर आधारित है।
रिपोर्ट में भारत समेत पूरे विश्व में व्यस्त जीवन शैली, सामुदायिक संबंधों को बढ़ाने की इच्छा और सांस्कृतिक पहचान और खोज के स्रोत के रूप में उपभोक्ताओं की उभरती जरुरतों को पूरा करने में स्नैक्स की भूमिका अध्ययन किया गया। ‘द स्टेट आफ स्नैक्स’ रिपोर्ट को उपभोक्ता मतदान विशेषज्ञ हैरिस पोल के साथ मिलकर तैयार किया गया।
मान्डेलीज इंटरनेशनल ने नयी व्यवसाय रणनीति का एलान करने के एक साल बाद इस रिपोर्ट को तैयार कराया। रिपोर्ट में भारत के संबंध में जो आंकड़े आए हैं, उनमें पाया गया कि भोजन के लिए स्नैक्स में तेजी से बदलाव हो रहा है। मान्डेलीज इंडिया के अध्यक्ष दीपक अय्यर ने इस रिपोर्ट पर कहा,‘‘ कंपनी विश्व में स्रैकिग लीडर के रूप में उपभोक्ता केंद्रित है। अध्ययन में लोगों के दिन-प्रतिदिन की दिनचर्या में स्रैंकिग का क्या स्थान है और भोजन के प्रति रुचि कैसे बदल रही है इसका पता लगाया गया।
भारत में स्रैंकिग खाने से अधिक महत्वपूर्ण है। यह एक परंपरा और हमारी सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।’’ अय्यर ने कहा अध्यन से जो बात सामने आई उसमें वयस्कों ने भोजन की तुलना में स्नैक्स को अधिक पसंद किया। दस में से सात का मानना है कि एक साल पहले के मुकाबले वे अब अधिक स्नैक्स का इस्तेमाल करते हैं। यही नहीं अन्य देशों की तुलना में भारतीयों में रोजाना सांस्कृतिक स्रैंकिग अनुष्ठानों में भाग लेने की अधिक संभावना है। चार में से तीन व्यस्कों ने भोजन को अपनी पहचान का एक प्रमुख हिस्सा बताया तो 10 में सात का कहना है कि अपनी संस्कृति के साथ उनके द्वारा खाने जाने वाले स्नैक्स से संबंध रखते हैं।