बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में अपराध अनुसंधान की टीम ने रेलवे आरक्षित टिकट और तत्काल आरक्षण टिकट कालाबाजारी के आरोप में एक स्टेशन मास्टर और दलाल को गिरफ्तार किया है। अपराध अनुसंधान शाखा के इंस्पेक्टर मयंक चौधरी ने शुक्रवार को यहां बताया कि उनकी टीम के सदस्य गुरुवार को रेलवे स्टेशन बनबसा पर आरक्षण केंद्र व अनारक्षित टिकट खिड़की पर निगरानी कर रहे थे। इसी दौरान आरक्षण कर रहे रेलकर्मी ने वातानुकूलित श्रेणी के दो टिकट बनाकर अपने पास रख लिए। वहीं, स्लीपर का तत्काल समय खत्म होने के बाद कक्ष से बाहर निकला और बाहर और दलाल शुभम को दिये।
टीम ने दोनों को दबोच लिया। दोनों आरक्षित टिकट की कीमत 6675 रुपये थी। इन पर अभी यात्रा होनी थी, एक टिकट महज 16 सेकेंड पहले बना था। इसके अलावा दो भरे हुए आरक्षण मांगपत्र भी मिले। चौधरी ने बताया कि स्टेशन मास्टर और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर आरपीएफ पोस्ट पीलीभीत के सुपुर्द कर दिया। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि टिकट देने वाला स्टेशन पर ही तैनात स्टेशन मास्टर कौशल कुमार है। वह प्रति सीट 100 रुपये अतिरिक्त लेकर टिकट बेचता था है।
दूसरा आरोपी टिकट दलाल शुभम था, जो यात्रियों से आरक्षण के एवज में 300 से 400 रुपये लेता था। राजकीय रेलवे सूत्रों ने बताया कि जांच में से पता चला कि आरोपी स्टेशन मास्टर की ड्यूटी सुबह आठ बजे खत्म हो गई थी। टिकटों की कालाबाजारी के लिए वह बिना ड्यूटी टिकट जारी कर रहा था। दोनों आरोपितों के पास से टिकट कालाबाजारी के साक्ष्यों को कब्जे में ले लिया गया है।