नई दिल्ली। कथाकार महेश कटारे को वर्ष 2019 के श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान के लिए चुना गया है। उर्वरक क्षेत्र की अगणी कम्पनी इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोअपरेटिव (इफको) की ओर से कटारे को यह सम्मान देने की आज घोषणा की गयी है । इस सम्मान के तहत ग्यारह लाख रुपये , प्रतीक चिन्ह और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है । अगले वर्ष 31 जनवरी को कटारे को यहां एक समारोह में यह सम्मान प्रदान किया जायेगा। डा विश्वनाथ त्रिपाठी की अध्यक्षता वाली चयन समित ने कटारे का चयन किया है ।
इस समिति में डा डी पी त्रिपाठी, मृदुला गर्ग , प्रो रविभूषण , मुरली मनोहर प्रसाद सिंह, इब्बार रब्बी और दिनेश कुमार शुक्ल शामिल थे। कटारे की प्रकाशित कृतियों में समर शेष है , इतिकथा अथकथा, मुर्दा स्थगित, पहरुआ, छदिया भर छाछ, सात पान की हमेल, फागुन की मौत, मेरी प्रिय कथाएं, गौरतलब कहानियां, महासमर का साक्षी, अंधेरे युगान्त के,पंचरंगी, विभाजन आदि शामिल है। कटारे न केवल अपनी रचनाओं में बल्कि वास्तविक जीवन में भी खेती किसानी से गहराई से जुड़े हैं ।
मध्य प्रदेश साहित्य परिषद , बिहार राजभाषा परिषद सहित अनेक साहित्यिक सांस्कृतिक संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित किया है । कथाशिल्पी श्रीलाल शुक्ल की की स्मृति में वर्ष 2011 से शुरु किया गया यह सम्मान प्रत्येक वर्ष ऐसे हिन्दी लेखक को दिया जाता है जिनकी रचनाओं में मुख्यत: ग्रमीण एवं कृषि जीवन तथा हासिये लोग , विस्थापन आदि से जुड़ी समस्याओं का चित्रण किया गया हो। इससे पहले यह सम्मान विद्या सागर नौटियाल , शेखर जोशी , संजीव , मिथिलेश्वर, अष्टभुजा शुक्ल , कमलाकांत त्रिपाठी , रामदेव धुरंधर , और रामधारी सिंह दिवाकर को प्रदान किया गया है ।