नई दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बोलिविया में पहले स्वदेशी राष्ट्रपति इवो मोरालेस की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गयी सरकार का दक्षिण धुर पंथी धड़े के तख्ता पलट की निंदा की है। माकपा ने कहा है कि कई लातिन अमेरिकी देशों के आंतरिक मामलों में अमेरिकी साम्राज्यवाद का सीधा और खुल्लमखुल्ला हस्तक्षेप दक्षिण धुर पंथी ताकतों को प्रगतिशील वाम झुकाव वाली सरकारों को तोड़ने के लिए सहारा दे रहा है। इन सरकारों को वहां की जनता ने लोकतांत्रिक तरीके से चुना है।
पार्टी ने कहा है कि वाम मोर्चा केन्द्र सरकार की अस्थिरता के बाद स्वयं घोषित फासीवादी बोलसानारो का चुना गया और पूर्व राष्ट्रपति लुला तथा डिल्मा रोसेफ को गिरफ्तार कर लिया गया। यह भी अजीब बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोलसानारों को 2020 के भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है। पार्टी ने यह भी कहा कि अमेरिकी साम्राज्यवाद वेनेजुएला में मादुरो सरकार के कामकाज में खुल्लमखुल्ला हस्तक्षेप कर रहा है और सरकार को गिराने के लिए दक्षिण धुर पंथी ताकतों को आर्थिक रूप से सहारा दे रहा है ताकि सरकार को अस्थिर किया जा सके लेकिन ऐसी ताकतों के खिलाफ अजेंटीना और चिली में जोरदार प्रतिरोध देखा जा सकता है।