नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद गिरीश भालचंद्र बापट ने कहा कि शिवसेना परिवार के हठी रवैये के कारण ही राज्य में अब तक सरकार का गठन नहीं हो सका है और उसकी आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कतई जायज नहीं थी। बापट ने यूनीवार्ता से कहा कि आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाया जाना किसी भी तरीके से तर्कसंगत नहीं था क्योंकि उन्हें राजनीतिक अनुभव में कमी है और वह परिपक्व भी नहीं है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा और शिव सेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन चुनाव बाद शिवसेना का मुख्यमंत्री पद मांगना जायज नहीं है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिव सेना अलग विचारधारा वाली पार्टियों कांग्रेस तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से सरकार बनाने के लिए बातचीत कर रही है जो किसी भी सूरत में संभव नहीं दिखता क्योंकि कांग्रेस की सोच हमेशा शिवसेना से भिन्न रही है। शिवसेना और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के उत्तर भारतीयों पर हमले और उनके साथ मारपीट की घटनाओं से जुड़े एक सवाल पर बापट ने कहा कि इस तरह के हमले गलत हैं और इन दोनों पार्टियों ने जो रास्ता पकड़ा है, वह उचित नहीं है। उत्तर भारतीय लोगों पर हमले से कुछ हासिल नहीं होने वाला है और ऐसा करके महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना नेता राज ठाकरे सिर्फ सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास करते हैं। अगर वह इतने ही लोकप्रिय नेता हैं तो उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए लेकिन इस बात का समर्थन जरूर किया कि रोजगार के मामलों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।