गांधीनगर। गुजरात में इस साल वर्षा ने 146 प्रतिशत का आंकड़ा आज पार कर लिया जो कुल मात्रा के लिहाज से पिछले तीन दशक में किसी एक साल में हुई तीसरी सर्वाधिक वर्षा है। राहत आयुक्त कार्यालय से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार गुजरात में आज सुबह आठ बजे तक कुल 146.04 प्रतिशत यानी 1191.72 मिमी वर्षा हुई थी जो पिछले तीन दशक में किसी एक साल में तीसरी सर्वाधिक वर्षा है। सबसे अधिक वर्षा का रिकार्ड 1994 में 1245 मिमी का है।
इस मामले में दूसरे नंबर पर 2006 है जब 1223 मिमी वर्षा हुई थी। रोचक तथ्य यह है कि मौजूदा साल में कुल वर्षा में से 9 प्रतिशत से अधिक गैर मानसून अवधि में हुई है। 25 जून को मानसून के आने से पहले अरब सागर में उठे तूफान वायु के प्रभाव से लगभग पांच प्रतिशत वर्षा हुई थी जबकि 14 अक्टूबर को मानसून की पूरी तरह से विदाई के बाद क्यार और महा नाम के दो तूफानों और एक चक्रवाती प्रणाली के असर से चार प्रतिशत से अधिक वर्षा हुई है।
पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई। आज और कल भी कुछ स्थानों पर ऐसी वर्षा की आगाही मौसम विभाग ने की है। सुबह कच्छ जिले के कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि और वर्षा हुई है। गुजरात में इस साल अति वर्षा के कारण फसलों को हुए व्यापक नुकसान के मद्देनजर राज्य सरकार ने उनके लिए 700 करोड़ रूपये का विशेष सहायता पैकेज भी घोषित किया है।