लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को हिन्दूवादी नेता कमलेश तिवारी के परिजनो से मुलाकात की और उन्हे न्याय का भरोसा दिलाया हालांकि मुलाकात से असंतुष्ट परिजनो ने कमलेश के हत्यारो को फांसी देने की मांग की। तिवारी की शुक्रवार को नाका क्षेत्र के गणेशगंज स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गयी थी। मृतक नेता की मां,पत्नी और बच्चों ने मुख्यमंत्री से उनके सरकारी आवास में मुलाकात की। करीब 40 मिनट तक चली इस मुलाकात के दौरान पीडित परिवार ने उन्हे 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। पीड़ति की मां ने कहा कि उनके पुत्र के हत्यारों को फांसी से कम उन्हे कुछ भी मंजूर नहीं है।
परिवार लखनऊ में कमलेश तिवारी की प्रतिमा और खुर्शीद बाग का नाम बदलकर कमलेश बाग रखने की मांग कर रहा है। इस मौके पर सूबे के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह भी मौजूद थे। उनके साथ एसआइटी प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक एसके भगत भी थे। मुख्यमंत्री ने कमलेश तिवारी के परिवार के सामने ही ओपी सिंह से हत्या की जांच की प्रगति का ब्यौरा भी लिया और हत्यारों को जल्दी ही पकड़ने का निर्देश दिया। मृतक नेता की मां कुसुम तिवारी ने मुलाकात के बाद कहा कि उनका परिवार मुख्यमंत्री से हुयी मुलाकात से संतुष्ट नहीं है।
हिन्दू रीतरिवाजो के मुताबिक परिवार को 13 दिनो तक किसी के घर जाने की मनाही होती है लेकिन पुलिस के दवाब में उन्हे लखनऊ जाने पर विवश होना पडा। पुत्र की मृत्यु से व्यथित श्रीमती तिवारी ने कहा कि यदि हत्यारो को फांसी नहीं मिलती है तो वे खुद हथियार उठाने को बाध्य होंगी। हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेश मणि त्रिपाठी ने बताया कि हम लोगों ने 11 मांगे की थीं। सभी मांगें पूरी हो गई हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आश्वासन दिया है। परिवार के साथ पुलिस ने जो अभद्रता की थी, उसकी शिकायत की गई है।