चंडीगढ़। पंजाब के केबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पढ़ने के बाद मंजूर कर लिया तथा राज्यपाल वीपीएस बदनोर ने भी इसे मंजूर कर लिया। कैप्टन की टीम से अब सिद्धू बाहर हो गए हैं। बिजली विभाग का काम फिलहाल मुख्यमंत्री देखेंगे। कैप्टन सिंह ने दिल्ली दौरे के समय कहा था कि सिद्धू का इस्तीफा उनके चंडीगढ़ आवास को मिल गया है तथा वह इसे पढ़ने के बाद फैसला लेंगे। ज्ञातव्य है कि विभाग बदले जाने से नाराज सिद्धू ने अपना इस्तीफा गत 10 जून का कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा था और करीब एक माह बाद ट्वीट किया था कि वह मुख्यमंत्री को इस्तीफा भेज देंगे।
उनके पास स्थानीय निकाय विभाग था। लोकसभा चुनाव में पार्टी का मिशन तेरह का लक्ष्य पूरा न होने पर मुख्यमंत्री ने जिन मंत्रियों के हलकों में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, उन मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया और सिद्धू को बिजली विभाग सौंपा गया। इसके बाद सिद्धू ने न तो पदभार संभाला और न ही सार्वजनिक तौर पर दिखाई दिए। वो इस बावत दिल्ली में प्रियंका गांधी वाड्रा तथा राहुल गांधी से मिले थे, लेकिन कांग्रेस की स्थिति कमजोर होने के कारण कैप्टन सिंह के आगे राहुल भी पस्त हो गए।
धान का सीजन होने के कारण सीएम देखेंगे विभाग
धान का सीजन होने के कारण बिजली विभाग का काम मुख्यमंत्री को देखना पड़ रहा है। कैप्टन सिंह ने कहा था कि सिद्धू को धान के सीजन के महत्वपूर्ण समय में काम बीच में ही छोड़कर जाने के बजाए काम देखना चाहिए था, लेकिन वो काम नहीं करना चाहते तो इसमें कोई कुछ नहीं कर सकता। अनुशासन भी तो कोई चीज है। जरनैल द्वारा सौंपा गया काम करने से एक सिपाही कैसे इनकार कर सकता है।