लखनऊ। गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद माफिया डान एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद के कई ठिकानों पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को छापेमारी की। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई ने अतीक के लखनऊ और प्रयागराज समेत छह ठिकानों पर सुबह एक साथ छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया। अतीक के प्रयागराज स्थित आवास और कार्यालय से सीबीआई की टीम सबूत जुटा रही है।
आवास और दफ्तर पर पुलिस और पीएसी के जवान सुरक्षा के मद्देनजर तैनात किये गये हैं। सूत्रों ने बताया कि देवरिया जिला जेल में लखनऊ के एक व्यवसायी की पिटाई के मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई ने यह कार्रवाई की है। सीबीआई ने अतीक और अन्य के खिलाफ बिजनेसमैन के अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज किया था। व्यवसायी ने पूर्व सांसद और उसके साथियों पर अपहरण, जबरन वसूली, आपराधिक धमकी, आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी और डकैती की धाराओं के तहत आरोप लगाए थे।
उन्होने बताया कि अतीक अहमद के मुंशी फारूक के घर मोहतशिम गंज और उसे अपना करीबी बताकर होर्डिंग लगाने वाले बड़ा ताजिया कमेटी के रेहान खान के घर भी सीबीआई की एक टीम पहुंची है। इससे पहले मंगलवार को सीबीआई के अधिकारियों ने देवरिया के होटलों में पूृछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश की कि देवरिया जेल में अतीक के रहने के दौरान किस-किसने यहां ठिकाना बनाया था। अतीक के गैंग से जुड़े लोग कब-कब और किस होटल में रहे।
टीम जिला जेल से रिहा हुए उन बंदियों से भी पूछताछ में जुटी है जो अतीक के साथ उसके या आसपास की बैरक में रहे। गौरतलब है कि अतीक अहमद वर्ष 2004 से 2009 तक उत्तर प्रदेश के फूलपुर से 14वीं लोकसभा में समाजवादी पार्टी का सांसद थे। वह पांच बार विधायक रहे और 11 फरवरी 2017 से जेल में है। सीबीआई ने उच्चतम न्यायालय के आदेश पर माफिया डान के खिलाफ मामला दर्ज किया।
अतीक अहमद ने लखनऊ के रियल एस्टेट व्यापारी मोहित जायसवाल का पिछले साल 26 दिसंबर को गुर्गों के जरिए अपहरण करा कर देवरिया जेल बुलाया था। उस पर आरोप है कि पिटाई के बाद व्यापारी की करोड़ों रुपये की जायदाद करीबियों के नाम करा ली थी। किसी तरह उनके चंगुल से छूटकर लखनऊ पहुंचे मोहित ने वहां केस दर्ज कराया तब देवरिया पुलिस हरकत में आई।