नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के भूपेंद्र यादव ने राज्यसभा के एक सदस्य द्वारा एक महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी का मामला आज सदन में उठाया और कहा कि इसे सदन की आचार संहिता समिति को भेजा जाना चाहिए। शून्यकाल के दौरान श्री यादव ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि एक टेलीविजन चैनल ने लगभग 200 पत्रकारों को नौकरी से निकाल दिया है और इस मामले में उस चैनल एक महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी गयी है।
उन्होंने प्रावधानों का उल्लेख करते हुए कहा कि अगर सदन के किसी सांसद के साथ दुर्व्यवहार होता है तो मामला आचार संहिता समिति को भेजा जाता है पर सदन के उक्त सदस्य ने एक महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी की है। इसलिए यह मामला भी आचार संहिता समिति को भेजा जाना चाहिए। इससे पहले राजीव चंद्रशेखरन ने शून्यकाल में ही कहा कि टीवी चैनल ने 200 पत्रकारों को नौकरी से निकाल दिया है। यह मीडिया की आजादी पर हमला है।
इस पर कांग्रेस के जयराम रमेश, बी के हरिप्रसाद और भुवनेश्वर कालिता ने कड़ी आपत्ति की और कहा कि श्री चंद्रशेखरन का मीडिया चैनल का कारोबार है। इसलिए उनका द्वारा उठाया जा रहा मुद्दा हितों का विरोधाभास है। इसलिए उनको यह मामला उठाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।