जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी.जोशी की अध्यक्षता में बुधवार को यहां विधानसभा में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गयी। बैठक में ड़ा.जोशी ने सभी दलों से अपेक्षा की कि वे आगामी सत्र में संसदीय परम्पराओं का निर्वाह करते हुए सदन में सार्थक चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा बनाये रखने में पीठासीन अधिकारियों के साथ साथ सारे सदन का सहयोग अपेक्षित है। डा.जोशी द्वारा समस्त राजनैतिक दलों के नेताओं से चर्चा करने की इस नयी परम्परा की सभी दलों ने प्रशंसा की। बैठक में प्रस्तुत प्रस्तावों पर सभी दलों के सदस्यों की सहमति से निर्णय लिये गये। यह उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व कभी भी बजट सत्र से पूर्व इस प्रकार की सर्वदलीय बैठक का आयोजन नहीं किया गया है।
बैठक में डा.जोशी ने बताया कि प्रश्नकाल में ज्यादा से ज्यादा प्रश्नों पर विचार होना चाहिए जिससे जन सामान्य की समस्याओं को सरकार के ध्यान में लाया जा सके। उन्होंने बताया कि लाबीज में विधायकों के अतिरिक्त अन्य के प्रवेश पर रोक रहेगी। इसी प्रकार सरकारी अधिकारियों का भी गैलेरी में सीमित प्रवेश रखा गया है। मंत्रियों को प्रश्नकाल के साथ शून्यकाल में भी सदन में उपस्थित रहना होगा। दर्शक दीर्घा के लिए आने वाले दर्शकों के लिए एक नया प्रवेश द्वार विधानसभा भवन के दक्षिण पूर्व दिशा में बनाया गया है।
उन्होंने विधायकों से भी आग्रह किया कि वे अपने क्षेत्र से आये आगन्तुकों के प्रवेश पत्र एक दिवस पूर्व बनवा लें। बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, संसंदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग, सरकारी मुख्य सचेतक डा. महेश जोशी, विपक्ष के उपनेता भारतीय जनता पार्टी के राजेन्द्र राठौड, कम्यूनिस्ट पार्टी आफ इंडिया के बलवान पूनिया, बहुजन समाज पार्टी के लाखन सिंह, भारतीय ट्राइबल पार्टी के रामप्रसाद सहित विधानसभा सचिव प्रमिल कुमार माथुर ने भाग लिया।