पत्थलगांव। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में वन विभाग द्वारा जंगली हाथियों को आबादी क्षेत्र से दूर खदेड़े जाने की पहल नहीं किए जाने से क्षुब्ध ग्रामीणों ने आज शाम कुनकुरी उप वन मंडल के कुटूकेला जंगल में 2 स्थानों पर आग लगा दी। इस घटना से हरे भरे पेड़ों की क्षति के साथ यहां वन्य प्राणियों की भी मुश्किलों में खासा इजाफा हो गया है। वन मंडल अधिकारी कृष्ण कुमार जाधव ने आज यूनीवार्ता को बताया कि प्रभावित जंगल में इस आग की घटना पर काबू पाने के लिए वन अमला को तैनात कर दिया गया है। लेकिन जंगल की आग से उग्र हो चुके जंगली हाथियों की मौजूदगी से वहां आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। उन्होंने बताया कि जशपुर वन मंडल में इन दिनों पड़ोसी राज्य झारखंड से 8 जंगली हाथियों का एक नया दल आ पहुंचा है।
नए जंगली हाथियों के दल में किसी भी सदस्य पर कॉलर आईडी नहीं होने से इन हाथियों की गतिविधियों का पता नहीं लग रहा है। ऐसे में जंगली हाथी वन क्षेत्र से आबादी क्षेत्र में पहुंच कर काफी उत्पात मचा रहे हैं। वहीं कुनकुरी विधायक यूडी मिंज का आरोप है कि जशपुर वन मंडल में जंगली हाथियों का उत्पात की घटना को रोक पाने में विभाग के अधिकारी पूरी तरह से विफल साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुनकुरी के आबादी क्षेत्र में पहुंच कर आऐ दिन जंगली हाथियों का उत्पात की ग्रामीणों द्वारा शिकायतों के बाद भी इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं करने से इस अंचल के 2 दर्जन गांवों में आक्रोश व्याप्त है। शनिवार को जंगली हाथियों का उत्पात से परेशान होकर जंगल में आग लगाने की इन घटनाओं को चिंताजनक बताते हुए मिंज ने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए वन अधिकारियों को तत्काल ठोस पहल करनी चाहिए।