श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष एवं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि मुख्यधारा से जुड़े राजनीतिक दलों के नेताओं और पदाधिकारियों की सुरक्षा वापस लेने के फैसले से राजनीतिक गतिविधियां कमजोर होगी। अब्दुल्ला ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से इस निर्णय पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है। अब्दुल्ला ने ट्वीट किया मैं राज्यपाल से इस कदम पर विचार करने के लिए कहना चाहूंगा।
अगर इस पर पुनर्विचार नहीं किया गया तो हम अदालत जाएंगे और हस्तक्षेप करने का अनुरोध करेंगे। सरकार पर निशाना साधते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें इस बात पर कोई संदेह नहीं है कि केंद्र और राज्य की खुफिया एजेंसियों से विचार किए बिना यह कदम उठाया गया है तथा इसका मतलब स्पष्ट है कि यह फैसला राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किया गया है।
अब्दुल्ला ने कहा कि जिस समय मुख्यधारा के राजनीतिक दलों को अपनी गतिविधियां बढ़ाने और कट्टरता और हिंसा का समर्थन करने वाले तत्वों का मुकाबला करने के लिए लोगों के साथ अधिक से अधिक संपर्क बनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए था उस समय यह विपरीत कदम (सुरक्षा वापस लेना) उठाया गया है।