भोपाल। भारत की रिया भाटिया और करमन कौर ने मंगलवार को अपने-अपने मुकाबले जीतकर 25 हजार डालर प्राइज मनी वाले आईटीएफ महिला टेनिस टूर्नामेंट के दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया। रिया भाटिया ने यूक्रेन की बेलेरिया स्ट्राकोवा को 1-6, 7-6(12), 6-3 से हराया। रिया ने पहले सेट गंवाने के बावजूद अपना धैर्य नहीं खोया और बड़ा उलटफेर करते हुए यह मुकाबला जीता। सिंगल्स के अन्य मुकाबलों में लातविया की डाइना मरचेनकेविका ने भारत की राशि मालवीय को 6-0, 6-2 से, जापान की इरी होजुमी ने चाइना की डेन नी वांग को 6-1, 6-1 से परास्त किया। इसी प्रकार जर्मनी की सराह रिबेका सेक्यूलिक ने स्विटजरलैण्ड की जेक्लीन कावाज अवाड को 6-4, 6-4 से, भारत की करमन कौर ने स्रेहल माने को 6-1, 6-1 से तथा जापान की हीरोको क्वाता ने कजाकिस्तान की गोज़ल इनीटडिनोवा को 6-0, 6-2 से परास्त किया।
युगल में भारत की रितुजा भोसले और ब्रिटेन की एमली वेवली स्मिथ की जोड़ी ने इजराइल की ब्लादा केटिक और भारत की प्रार्थना थोम्बरे की जोड़ी को 6-2, 6-4 से हराया। बुलगारिया की पेटिया अर्शिनकोवा और जरगाना टोपालोपा ने स्विटजरलैण्ड की जेक्लीन कावाज और थाइलैण्ड की नुदनिदा लुंगनम को 7-6 (4), 6-4 से, भारत की आरती मुनियन और सिंगापुर की सारा पंग की जोड़ी ने भारत की रश्मिका श्रीवल्ली और अविका संगवाल को 6-2, 6-2 से, भारत की जेनिफर लुईखम और मीहिका यादव की जोड़ी ने भारत की ही हुमरा बेगम शेख और सारा यादव की जोड़ी को 7-5, 4-6, 10-6 से, थाईलैण्ड की पुन्निन कोवापितुकतेद और रशिया की मारिया टीमोफीबा ने टर्की की बिरफु केन्जि और ब्रिटेन की फ्रेया क्रिस्टी को 4-6, 7-5, 10-6 से तथा आस्ट्रेलिया की मेलिनी क्लफनर और जर्मनी की साराह रेबेका ने भारत की श्रव्या शिवानी और स्रेहल माने को 6-2, 6-2 से परास्त किया।
इससे पहले भोपाल स्थित अरेरा क्लब में इस टूर्नामेंट का संचालक खेल और युवा कल्याण डा एसएल थाउसेन के मुख्य आतिथ्य में शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा आकाश में गुब्बारे छोड़े गए। टूर्नामेंट कमेटी के चेयरमेन डा निर्भय श्रीवास्तव ने खेल संचालक डा थाउसेन का स्वागत किया। इस अवसर पर अरेरा क्लब के सचिव वसीम अख्तर, एसबीआई के डीजीएम पीके बंसल, टूर्नामेंट डायरेक्टर मनोज कुकरेजा सहित अन्य पदाधिकारी, गणमान्य नागरिक और खिलाड़ी मौजूद थे। डा थाउसेन ने आयोजक अरेरा क्लब के प्रयासों की सराहना करते हुए क्लब के पदाधिकारियों को सुझाव दिया कि वे प्राइस मनी को 50 हजार डालर किए जाने के लिए आईटीएफ को प्रस्ताव भेजें।