नई दिल्ली। कर्नाटक प्रीमियर लीग में फिक्सिंग को लेकर रोज नए खुलासे और गिरफ्तारियां हो रही हैं। केपीएल में फिक्सिंग मामले में इससे पहले भी कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इस मैच फिक्सिंग मामले में सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने इंटरनेशनल बुकी सय्याम को गिरफ्तार किया है। इससे पहले 26 अक्टूबर को केपीएल फ्रेंचाइजी बेंगलुरु ब्लास्टर्स के गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद और बल्लेबाज विश्वनाथ को भी मैच फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया थावह हरियाणा का रहने वाला है और उसकी गिरफ्तारी के लिए लुक आउट नोटिस जारी किया गया था। केपीएल में फिक्सिंग मामले में इससे पहले भी कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। पुलिस को शक है कि इन खिलाड़ियों ने कई दूसरे मैचों में भी स्पॉट फिक्सिंग की थी। इससे पहले गुरुवार को इस मामले में दो घरेलू क्रिकेटरों को गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि इस मामले में क्राइम ब्रांच ने बेल्लारी टस्कर्स के कप्तान और कर्नाटक के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज सीएम गौतम और उनके साथी खिलाड़ी अबरार काजी को गिरफ्तार किया था।
सीएम गौतम और अबरार काजी पर हुबली बनाम बेल्लारी फाइनल मैच को फिक्स करने और धीमी बैटिंग के एवज में 20 लाख रुपये लेने का आरोप है। इससे पहले 26 अक्टूबर को केपीएल फ्रेंचाइजी बेंगलुरु ब्लास्टर्स के गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद और बल्लेबाज विश्वनाथ को भी मैच फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सितंबर महीने में भी कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) की टीम बेलागावी पैंथर्स के मालिक अली असफाक ठारा को इस लीग में कथित सट्टेबाजी के आरोपों में बेंगलुरु पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) यूनिट ने गिरफ्तार किया था। ये कदम केपीएल के अगस्त में खत्म हुए सीजन में कथित सट्टेबाजी रैकेट की जांच के बाद उठाया गया है। 2017 में बेलागावी पैंथर्स फ्रेंचाइजी को खरीदने वाले एक ट्रैवल और टूर बिजनेस मैच अली असफाक ठारा को कई दिनों की पूछताछ के बाद सीसीबी द्वारा गिरफ्तार किया गया था।