कार्तिम मास शुरू हो गया है। आज कार्तिक कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि और सोमवार का दिन है । प्रतिपदा तिथि कल यानि कि 13 अक्टूबर की देर रात 02 बजकर 39 मिनट से शुरू हो चुकी है और 14 अक्टूबर की देर रात 04 बजकर 21 मिनट तक रहेगी।
कार्तिक माह में तुलसी पूजन से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। द्वापर युग में श्रीकृष्ण भगवान को पाने के लिए गोपिकाएं कार्तिक मास में यमुना स्नान करने के साथ तुलसी की पूजा करती थीं। आज भी कुंवारी कन्याएं मन वांछित फल पाने एवं वर पाने के लिए सुबह स्नान कर तुलसी पूजा कर इस परंपरा को निभा रही हैं। धनवंतरि पक्ष के अनुसार तुलसी का पौधा आयुर्वेदिक है और इस पौधे की जड़, पत्ती और तना सभी प्रतिरोधी क्षमता रखते हैं, जो शरीर के कई विकारों को दूर कर देती है। कार्तिक का महीना तुलसी का पौधा लगाने के लिए सबसे उत्तम होता है।
कार्तिक मास में पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महात्म्य बताया गया है। अगर नदियों में जाकर स्नान करना संभव नहीं है तो घर में ही गंगाजल युक्त जल स्नान करते हुए भगवान विष्णु का ध्यान करना चाहिए। पद्मपुराण में बताया गया है कि ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदियों स्नान करने से धरती के जितने तीर्थ स्थान है, उनका पुण्य मिलता है। साथ ही मोक्ष की भी प्राप्ति होती है।