आपको बता दें, कि हिंदू धर्म में सूर्य देव को भगवान माना जाता हैं वही सूर्य को सर्वति साक्षी भूतम कहा गया हैं ऐसा कहा जाता हैं कि सूर्य भगवान हर क्रियाकलाप के साक्षी हैं और सूर्य की उपासना नहीं करने वाले मनुष्य से भगवान रुष्ट हो जाते हैं इसलिए सूर्य भगवान को वैसे तो किसी की मदद करके यह शुभ कर्मों के द्वार भी प्रसन्न किया जा सकता हैं लेकिन अगर उपासना करते वक्त इन मंत्रों का जाप किया जाए तो मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं वही अगर सूर्य भगवान को प्रसन्न करने और मनोवांछित फल पाने के लिए कुछ मंत्रो का जाप करना चाहिए।
वही सूर्य मंत्र का जाप बहुत ही आसान माना जाता हैं इसका जाप करने का सबसे सही सूर्योदय हैं इन मंत्रों का अलग अलग 12 मुद्राओं के साथ जाप किया जा सकता हैं।
ऊं मित्राय नम:
ऊं रवये नम:
ऊं सूर्याय नम:
ऊं भानवे नम:
ऊं पुष्णे नम:
ऊं मारिचाये नम:
ऊं आदित्याय नम:
ऊं भाष्कराय नम:
ऊं आर्काय नम:
ऊं खगये नम:
वही बता दें, कि कई व्रत त्योहार भगवान सूर्य को समर्पित हैं, मकर संक्रान्ति, रथ सप्तमी,छठ और संबा दशमी में भगवान सूर्य की उपासना की जाती हैं।
जानिए सूर्य मंत्र के लाभ
भगवान सूर्य को आत्मा का हिस्सा माना जाता हैं सूर्य मंत्र का जाप करते समय अर्घ्य देना और भी शुभ फलदायी होता हैं इससे स्वास्थ्य लाभ भी होता हैं, मत्रजाप करते समय सूर्य भगवान को सात बार अर्घ्य देना चाहिए। अगर आप और ज्यादा शुभ फल की प्राप्ति चाहते हैं तो आपको लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।