हरियाली अमावस्या का पर्व हिंदू धर्म के लोगो के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता हैं वही सावन कृष्ण पक्ष की हरियाली अमावस्या मनाई जाती हैं हरियाली अमावस्या के दिन 125 साल बाद ऐसा हो रहा हैं कि जब एक साथ 5 महायोग बन रहे हैं वही ऐसी भी मान्यता हैं
कि इस दिन भगवान शंकर और देवी मां पार्वती सहित अन्य देवी देवताओं की पूजा अर्चना और आराधना की जाती हैं। हरियाली अमावस्या पर कुंवारी लड़कियां व्रत रखती हैं जिससे उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती हैं यही नहीं इस दिन कहा जाता हैं कि सभी को एक पेड़ भी जरूर लगाना चाहिए।
वही ज्योतिष के मुताबिक श्रावण कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि का मान 31 जुलाई को सुबह दस बजकर 43 मिनट से प्रारम्भ होकर 1 अगस्त को सुबह आठ बजकर 39 मिनट तक हैं इसलिए अमावस्या के दिन किया जाने वाले सभी उपाय इसी अवधि अर्थात 31 जुलाई को सुबह 10:43 से 1 अगस्त को सुबह 08:38 बजे तक किया जाना श्रेयस्कर होगा।
वही ज्योतिष ने बताया कि बहुत दिनों के बाद सावन में कई बड़े संयोग बन रहे हैं एक अगस्त को हरियाली अमावस्या पर पांच महायोग का संयोग बनेगा। जो लगभग 125 साल के बाद आ रहा हैं इस दिन पहला सिद्धि योग का संयोग हें। पंच महायोग के संयोग में कुल देवी देवता और मां पार्वती की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती हैं वही साथ ही साथ प्रकृति के हरे भरे हरने की भी संभावना हैं।