हर व्यक्ति के जीवन में ज्योतिषशास्त्र और ग्रह नक्षत्रों का विशेष महत्व होता हैं वही ज्योतिष द्वारा किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में बने ग्रह नक्षत्रों के योगों के आधार यह पता लगाया जा सकता हैं, कि किस क्षेत्र में शिक्षा या फिर प्रशिक्षण व्यक्ति को प्राप्त करने के बाद अच्छी नौकरी प्राप्त हो सकती हैं
वही इस विषय से संबंधित ज्योतिष के कुछ योगो को और स्वयं मिलाएं अपनी जन्मपत्री। वही आप अपनी जन्म पत्री से स्वयं ही यह जान सकते है,कि आप किस क्षेत्र में सफल होगें। तो आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
आपको बता दें, कि अगर जन्म कुंडली में चन्द्रमा जल तत्व की राशि में हो कर पाप ग्रहों शनि, राहु, केतु, सूर्य या फिर मंगल से दृष्ट हो और बलवान गुरु दशम या लग्न को प्रभावित करें तो मनुष्य चिकित्सक बन सकता हैं। वही अगर चन्द्रमा और शुक्र या फिर चन्द्रमा और बुध अगर मिलकर लग्न को देखें तो मनुष्य के क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता हैं वही इन योगो के साथ साथ बलवान मंगल और राहु व्यक्ति को कुशल शल्य चिकित्सक बनाता हैं।
वही अगर कुंडली में शुक्र और चन्द्रमा शुभ ग्रहों की राशि में हो कर पंचम भाव से सम्बंधित हो तो मनुष्य को कला के विषयों की शिक्षा प्राप्त होती हैं वही इसके साथ ही कुंडली में तीसरे और दसवें भाव का सम्बन्ध शुभ ग्रहों से बन जाये तो व्यक्ति को संगीत, कला, मनोरंजन, एक्टिंग आदि के क्षेत्रों में करियर अनाने के कई मौके मिल जाते हैं।