अमृतसर। पंजाब के अमृतसर जिले में रविवार को राजसांसी इलाके में एक धार्मिक सभा में मोटरसाइकिल से चेहरा ढक कर आए दो युवकों ने ग्रेनेड फेंक दिया, और इस हमले तीन लोग मारे गए, जबकि 15 से 20 लोग घायल हो गए हैं। पुलिस ने कहा कि यह हमला अमृतसर से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित अदिलवाला गांव में निरंकारी सत्संग भवन में हुआ। दोपहर बाद एक और घायल ने दम तोड़ दिया जिससे मृतक संख्या 4 हो गई है। सभी पीडि़त आसपास के गांवों के निरंकारी अनुयायी हैं, जो रविवार को साप्ताहिक धार्मिक सभा के लिए जुटे थे।
पंजाब पुलिस के डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कहा, इस घटना में आतंकी एंगल मालूम पड़ता है। इसकी वजह यह है कि अटैक किसी व्यक्ति पर न होकर एक समूह पर हुआ है। लोगों के एक समूह पर ग्रेनेड से हमला करने का कोई कारण नहीं बनता है। इसलिए हम इस घटना को आतंकी हमले के एंगल से देख रहे हैं। हालांकि चांज के बाद ही सच्चाई पता चलेगी, लेकिन पहली नजर में हम इसे आतंकी हमले के तौर पर ही देख रहे हैं। अरोड़ा ने कहा कि किसी भी संभावित खतरे को लेकर कोई इनपुट नहीं था। निरंकारी समाज को लेकर किसी भी तरह का मुद्दा नहीं था और न ही ऐसा कोई इनपुट पुलिस के पास था। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है अमृतसर में ग्रेनेड हमले के लिए जिम्मेदार लोग बख्शे नहीं जाएंगे और इसमें शामिल तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर जाएगी।