गांधीनगर। मानसून गुजरात, मध्य और दक्षिण भारत के राज्यों में सक्रिय है। गुजरात में लगातार तीसरे दिन बारिश के चलते सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के 7 जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। राज्य में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। एनडीआरएफ की 20 टीमों ने 4 हजार लोगों को बचाया। कई जगहों पर रेलवे ट्रैक बहने से 6 से ज्यादा ट्रेनें फंस गईं। द्वारका जिले के खंभलिया में बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 412 मिलीमीटर (करीब 16 इंच) बारिश हुई। मध्य प्रदेश के 10 जिलों में भी नदी-नाले उफान पर हैं और 21 जिलों में अगले दो दिन कुछ स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार सुबह तक 24 घंटे में द्वारका, पोरबंदर (197 मिमी), जूनागढ़ (283 मिमी), गिर-सोमनाथ, अमरेली में भारी बारिश हुई। वहीं, नवसारी (245 मिमी) और डांग (214 मिमी) जिले में तेज बारिश दर्ज की गई। मंगलवार को जामनगर में 14 इंच बारिश हुई थी। यहां रेल और सड़क यातायात पर असर पड़ा। जेतपुर-सोमनाथ हाइवे टूट गया है। अगले दो दिनों में सौराष्ट्र, दक्षिण गुजरात में बारिश होगी। वहीं, अहमदाबाद, उत्तर गुजरात और कच्छ में मध्यम बारिश होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश की कई नदियां उफान पर
प्रदेश में बीते 24 घंटे से कई जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। होशंगाबाद में नर्मदा नदी के जलस्तर में 8 फीट की बढ़ोत्तरी हुई। सारणी में सतपुड़ा डैम के 5 गेट खोले गए। रीठन नदी में बाढ़ आने से रायसेन-भोपाल का सड़क संपर्क टूट गया। बेतबा नदी के पग्नेश्वर पुल पर करीब चार फीट पानी है।
इन जिलों में दो दिन बारिश के आसार
राजधानी भोपाल समेत सीहोर, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, होशंगाबाद, हरदा, बैतूल, बालाघाट, मंडला, सिवनी, अनूपपुर, डिंडोरी, सागर, दमोह, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, आगर, शाजापुर, देवास और खंडवा। बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश दमोह 196, होशंगाबाद 77, भोपाल 65, सागर 66, रायसेन 32 मिलीमीटर दर्ज की गई।