चेन्नई। चेन्नई में मंगलवार को 12 वर्षीय लड़की से रेप के 18 आरोपियों को वकीलों के एक ग्रुप ने कोर्ट परिसर के अंदर ही जमकर पीटा। इन सभी को सुनने में असमर्थ एक लड़की का लगातार कई महीनों तक यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार को जब इन आरोपियों को सुनवाई के लिए कोर्ट लाया गया, उसी दौरान वकीलों ने इन आरोपियों की जमकर पिटाई कर दी।
पुलिस के मुताबिक, सिक्यॉरिटी गार्ड, लिफ्ट आॅपरेटर और प्लंबर समेत 18 लोगों ने बच्ची के साथ लगभग 7 महीने तक रेप किया था। मामला तब सामने आया जब 7वीं में पढ़ने वाली छात्रा ने अपनी बड़ी बहन के सामने घटना का जिक्र किया। इसके बाद बाद पैरंट्स ने सोमवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
मंगलवार को सभी 18 आरोपियों को महिला कोर्ट में रिमांड के लिए पेश किया गया था। इस पूरी प्रक्रिया की विडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई। इन लोगों के साथ पुलिस भी लगी थी, इसी दौरान लगभग 50 वकीलों ने आरोपियों को पीटना शुरू कर दिया। सामने आए विडियो में देखा जा सकता है कि सीढ़ी से उतर रहे आरोपियों पर वकीलों ने हमला कर दिया और उनको बुरी तरह पीटा।
वकीलों को समझाते रहे जज - मामला बढ़ने के बाद जज धर्मन, मद्रास हाई कोर्ट ऐडवोकेट्स असोसिएशन (एमएचएए) अध्यक्ष मोहनकृष्णन के साथ-साथ वकील कन्नदासन और पुलिस जॉइंट कमिश्नर अनबू और अडिशनल कमिश्नर जयराम ने काफी देर तक वकीलों को समझाने की कोशिश की कि आरोपियों को सुरक्षित जाने दिया जाए।