श्रीनगर। सुरक्षा बलों के साथ झड़प में कथित रूप से आम नागरिकों के मारे जाने और राइंिजग कश्मीर के मुख्य संपादक वरिष्ठ संपादक शुजात बुखारी की हत्या के विरोध में अलगाववादी नेताओं की एक दिन की हड़ताल के बाद शुक्रवार को दक्षिण कश्मीर को छोड़कर घाटी में जनजीवन सामान्य हो गया। दक्षिण कश्मीर में कारोबारी और अन्य गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित रहीं। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में शुक्रवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए। इस घटना में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक सिपाही भी शहीद हो गया। मुठभेड़ के दौरान एक नागिरक भी मारा गया और एक महिला घायल हुई।
श्रीनगर और घाटी के अन्य बड़े शहरों और तहशील मुख्यालयों में कारोबारी गतिविधियां सामान्य नजर आईं। दुकानें और प्रतिष्ठान खुले जबकि सभी सड़कों पर भी यातायात रोज की तरह रहा। कारोबार के मुख्य केन्द्र सिविल लाइन्स में सभी दुकानें खुलीं और ग्राहकों की चहल कदमी बनी रही। लाल चौक,गनीखान,रेजिडेंसी रोड, मौलाना आजाद रोड,महराज बाजार,बटमालू,इकबाल पार्क, डलगेट, रीगल चौक और बुद्धशाह चौक क्षेत्रों में भी रोजमर्रा की तरह दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान खुले। हुर्रियत काफ्रेंस के प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारुक की मजबूत पकड़ वाली जामिया मस्जिद का मुख्य दरवाजा जो गुरुवार को बंद था। शुक्रवार को वह खुला और बड़ी संख्या में लोगों ने नमाज अदा की।