चंडीगढ़। इंडियन नेशनल लोकदल नेता और विधायक अभय चौटाला ने आज आरोप लगाया कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारतीय दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच डेयरी व पोल्ट्री व्यापार की वस्तुओं पर आयात-शुल्क कम करके व्यापार में होने वाले समझौते से ग्रामीण क्षेत्र में स्वयं रोजगार की संभावनाओं पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। इनेलो नेता ने आज यहां जारी बयान में कहा कि भारत में आठ करोड़ से ज्यादा ग्रामीण डेयरी और पोल्ट्री के धंधे में स्वयं के रोजगार के माध्यम से अपनी जीविका चला रहे हैं। सरकार का कहना है कि अमेरिकी कंपनियों के डेयरी व पोल्ट्री में निवेश से व्यापार उत्साहित होगा परंतु हरियाणा जैसे प्रदेशों के लाखों ग्रामीण अमेरिकी कंपनियों का निवेश व उत्पादन खर्च का मुकाबला न करने की वजह से खुदरा व्यापार में उनका मुकाबला नहीं कर पाएंगे।
ऐसे में देश व प्रदेश में शहरी और ग्रामीण स्तर पर काम करने वाला स्वयं रोजगारी पिछड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अमेरिका के प्रभाव के अंतर्गत रोजगार क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी भूल कर रही है। चौटाला ने कहा कि हरियाणा में लाखों शहरी व ग्रामीण इस धंधे से जुड़े हैं। देश व प्रदेश में इन हालात को देखते हुए सरकार को डेयरी व पोल्ट्री के उत्पादों पर आयात शुल्क कम करके यदि अमेरिकी कंपनियों को निवेश करने की छूट दे दी गई तो शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के डेयरी और पोल्ट्री के कारोबारियों का तो धंधा ही चौपट हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले ही बेरोजगारी की समस्या विकराल है और युवक नशे की गिरफ्त में फंसने से लेकर कनाडा आदि देशों की तरफ पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पढ़े-लिखे युवाओं के लिए मजदूरी का काम भी नसीब नहीं हो रहा है। पिछले दिनों पीएचडी युवाओं ने सेवादार की नौकरी के लिए आवेदन किये थे, जिससे स्पष्ट है कि प्रदेश में बेरोजगारी किस चरमसीमा पर है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रदेश में नौकरियों के लिए बाहरियों को प्राथमिकता दी जा रही है और प्रदेश के युवाओं को तो इसके लिए मोटी रकम चुकानी पड़ती है! इनेलो नेता ने आरोप लगाया कि हरियाणा बेरोजगारी के स्तर पर देश में दूसरे नंबर पर है।