गुवाहाटी। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में असम में जारी हिंसा के बीच राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर उन्हें राज्य की स्थिति से अवगत कराएंगे। सोनोवाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रतिनिधिमंडल के साथ नई दिल्ली में जल्द ही प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मुलाकात करेंगे। यह फैसला भाजपा विधायक दल की बैठक में हुआ। राज्य मंत्रिमंडल में मंत्री चंद्र मोहन पाटोवरी ने इसकी जानकारी दी।
पाटोवरी ने बताया कि यह बैठक राज्य की ताजा स्थिति और सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बुलायी गयी थी तथा इस बैठक में सभी विधायकों को उनकी राय रखने के लिए उपस्थित होने को कहा गया था। इस बीच राज्य सरकार में भाजपा की सहयोगी पार्टी असम गण परिषद (एजीपी) सीएए के खिलाफ अदालत में मामला दर्ज कराने के लिए दिल्ली रवाना हो सकती है। एजीपी की कल यहां बैठक हुई जिसमें इस कानून के खिलाफ दिल्ली जाकर न्यायिक लड़ाई लड़ने पर फैसला लिया गया। इस बैठक में हालांकि पार्टी के अध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य मंत्रिमंडल में एजीपी के तीन मंत्री शामिल नहीं हुए थे।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष जनवरी में नागरिकता संशोधन विधेयक के लोकसभा से पास होने के बाद एजीपी मोदी सरकार से बाहर आ गयी थी। इस वर्ष अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनाव से पहले एजीपी ने फिर से भाजपा के साथ जाने का फैसला किया था। इस विधेयक के कानून बनने के बावजूद एजीपी अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं ले पाया है। उच्चतम न्यायालय में सीएए के खिलाफ पहले से ही कई याचिका दायर की गयी हैं जिनमें असम विद्यार्थी संघ और कांग्रेस नेता तथा नेता प्रतिपक्ष बेववर्त साईकिया की याचिका भी इसमें शामिल है। गौरतलब है कि इस विधेयक के राज्यसभा से पास होने और कानून बनने के बाद इसका उत्तर पूर्व के राज्य विशेषकर असम में जोरदार विरोध हो रहा है।