चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई ने आज आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से दिये जाते घर देने के दावे गरीबों के साथ किया गया क्रूर मजाक हैं। पार्टी प्रवक्ता और विधायक रुपिन्दर कौर रूबी ने यहां जारी बयान में कहा कि कांग्रेस और अकाली-भाजपा नेताओं ने वोट बटोरने के लिए गरीबों-दलितों को घर देने के वायदे किये परंतु सत्ता में आने पर अपना असली रंग दिखा दिया। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री आवास योजना के अंतर्गत बड़ी उम्मीदों के साथ राज्य के एक लाख से अधिक गरीबों की ओर से दिए गए आवेदन पत्र का जो हाल सरकारों ने किया है, यह इसकी पुष्टि करता है।
आप नेता ने बैंकर्स समिति की समीक्षा बैठक में सामने आए आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि प्रधान मंत्री आवास योजना के अधीन पंजाब में 1 लाख 2000 गरीबों ने घर के लिए आवेदन किया था और इनमें से सिर्फ 202 आवेदन पत्र स्वीकार किए गए और बाकी रद्द कर दिए गए। उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और प्रदेश की कैप्टन अमंिरदर सिंह सरकार, दोनों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है और कहा कि उन्होंने इस बारे में कैप्टन, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और सोम प्रकाश से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा है।