श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बुधवार को कहा कि राज्य को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और 35 ए को रद्द किये जाने के बाद घाटी में हालात में सुधार को देखते हुए अब सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों पर ध्यान फिर केन्द्रित कर दिया है। सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के विरुद्ध अभियान पुन: शुरू कर दिया है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि गुरुवार को होने वाले खंड विकास परिषद के चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने के लिए सुरक्षा प्रबंध पुख्ता किये गये हैं।
सिंह ने कहा,‘‘ राज्य के बाहर के एक व्यापारी और एक श्रमिक सहित पुलवामा तथा शोपियां में कुछ निर्दोष लोगों की आतंकवादियों ने हत्या कर दी है। आतंकवादियों की इन करतूतों की कश्मीरी लोगों ने कड़ी निंदा की है। यहां के हालात में सुधार होने के बाद दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है और आतंकवादियों की हरकतों पर पैनी नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के विरुद्ध अभियान फिर शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों के विरुद्ध फिर से शुरू किये जाने के बाद से अनंतनाग और पुलवामा में तीन- तीन आतंकवादी मारे गये हैं।’’ पुलिस महानिदेशक ने युवाओं से हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा में लौटने की अपील की और कहा कि ऐसा करने वालों के पुनर्वास के लिए अधिकारी हर संभव मदद करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ पाकिस्तान,कश्मीर में युवाओं को हथियार उठाने के लिए बरगला रहा है। बंदूक सिर्फ मौत लाती है, यदि हम भविष्य बचाना चाहते हैं तो युवाओं को हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा से जुड़ना होगा।’’ उन्होंने एक सवाल पर कहा कि 31 अक्टूबर से पहले पोस्टपेड और बेसिक फोन की सेवाएं फिर निलंबित करने के बारे में अभी कोई निर्देश नहीं आया है।