गुवाहाटी। असम में चार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव के लिए सभी उम्मीदवारों और दलों द्वारा मतदाताओं को आकर्षित करने जोरदार प्रयास करने के बाद शनिवार को चुनाव प्रचार थम गया। एलएसी के राताबारी, जानिया, रंगपारा और सोनारी में 21 अक्टूबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा। गत आम चुनाव में लोकसभा चुनाव में इन क्षेत्रों के विधायक विजयी हुए थे। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के पास रतबारी, रंगपारा और सोनारी सीटें थी जबकि कांग्रेस के पास जनाई सीट थी।
उपचुनाव में विपक्ष का सूपड़ा साफ करने के लिए भाजपा ने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और प्रदेश पार्टी प्रमुख रंजीत कुमार दास, मंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा शर्मा औरनाबार डोल और शीर्ष नेताओं ने जोर के साथ चुनाव प्रचार किया। भाजपा ने मतदाताओं से आग्रह किया है कि वह राज्य में अपने विजयी अभियान को बरकरार रखे और पार्टी अपने ‘सबका साथ, सबका विकास’ मंत्र को आगे बढ़ाने का फिर वादा करती है। कांग्रेस के प्रचार अभियान का नेतृत्व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने किया, जिसमें राज्य के विकास को सुनिश्चित करने में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन पर उसकी विफलता का आरोप लगाया।
राज्य सरकार में भाजपा के दो सहयोगी दलों में से किसी ने भी उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतारे हैं। इसके अलावा अन्य विपक्षी दलों में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, एनपीपी, आम आदमी पार्टी और एसयूसीआई (सी) उम्मीदवार शामिल हैं। उपचुनाव में 20 उम्मीदवार अपना भाग्य अजमा रहे हैं। कुल छह लाख 78 हजार 898 मतदाता हैं जिनमें से तीन लाख 27 हजार 803 महिला और एक उभयलिंगी मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।