जयपुर। राजस्थान में झुंझुनूं जिले के खेतडी में स्टेट पीसीपीएनडीटी टीम ने शनिवार को डिकॉय कार्रवाई करते हुए भ्रूण लिंगपरीक्षण में लिप्त एक दलाल सहित दो लोगों को आज गिरफ्तार किया। पीसीपीएनडीटी के अध्यक्ष एवं मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. समित शर्मा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक श्रीमती शालिनी सक्सेना के नेतृत्व में डिकॉय कार्रवाई की गयी है। उन्होंने बताया कि खेतड़ी क्षेत्र में एक गिरोह द्वारा भ्रूण लिंग जांच करने की शिकायत मिली थी, जिस पर दल ने जाल बिछाते हुए दलाल गजानन्द से सम्पर्क किया और 25 हजार रुपये में भ्रूण लिंग जांच करना तय करने के बाद उसके पास डिकॉय गर्भवती महिला को नीमकाथाना में कपिल अस्पताल के पास भेजा गया। जहां से गजानंद उसे एक कार में बिठा लिया। कार में पहले से एक अन्य गर्भवती महिला और उसका भाई बैठा था। डा0 शर्मा ने बताया कि उन्हें दलाल झुंझनूं के खेतड़ी में तातेजा गांव में एक सुनसान जगह पर लेकर आया।
वहां पहुंचने के बाद एक स्कूटी पर तथाकथित चिकित्सक अवधेश पांडे आया, उसके साथ ही एक दिल्ली नम्बर की स्विफ्ट कार भी आई। अवधेश ने अनाधिकृत पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन से कार में ही डिकॉय महिला एवं अन्य दूसरी महिला की सोनोग्राफी करके भ्रूण लिंग के बारे में जानकारी दी। इसके बाद दल ने दलाल गजानन्द एवं सुरेन्द्र को पीसीपीएनडीटी एक्ट के प्रावधानों के तहत भ्रूण लिंग परीक्षण हेतु दबाव बनाकर जांच करवाने के आरोप में दबोंच लिया, लेकिन इस बीच मुख्य आरोपी अवधेश पांडे एवं उसके अन्य सहयोगी चकमा देकर फरार हो गये। उल्लेखनीय है कि अवधेश पांडे पहले से ही भ्रूण लिंग परीक्षण के मामलों में वांछित चल रहा है। दल ने दलाल गजानन्द से भ्रूण लिंग परीक्षण के लिये दिये गये 25 हजार रुपये बरामद कर लिये। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है