दरभंगा। बिहार में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रो. एस. के. सिंह ने आज कहा कि नए युग की जरूरतों के अनुसार छात्रों की अकादमिक क्षमता का निर्माण करने के लिए आवश्यक है कि देश के उच्च शिक्षण संस्थान वैश्विक प्रणाली का अभिन्न अंग बने। सिंह ने यहां सी. एम. कॉलेज के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुये कहा, ‘‘नए युग की जरूरतों के अनुसार, छात्रों की अकादमिक क्षमता का निर्माण समय की मांग है।
इसलिए, यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए कि वैश्वीकरण के आविर्भाव और धीरे-धीरे उसकी परिपक्वता के कालखंड में हमारा भारतीय उच्च शिक्षण संस्थान वैश्विक प्रणाली का एक अभिन्न अंग बने।’’ कुलपति ने कहा कि 21वीं सदी का दूसरा दशक समापन की ओर है। यह शताब्दी वास्तव में ज्ञान की शताब्दी है।
इस ज्ञान-केंद्रित समाज में केवल विश्वविद्यालय ही नहीं बल्कि सभी उच्च शिक्षण संस्थानों से स्वाभाविक अपेक्षा की जाती है कि वह अपने गुणात्मक क्रियाकलापों, खासकर शिक्षण एवं शोध के लिए वैश्विक समाज को अपना सर्वोत्तम अंशदान दें।