गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास कार्य के अलावा ऐसे मामलों की भी जांच कराई जाएगी जिनमें फंड एक मद से दूसरे मद में ट्रांसफर किया गया है। जांच से यह पता चल पाएगा कि जिन कार्यों के लिए फंड रीलिज हुआ था व कार्य पूरे हुए कि नहीं। दरअसल जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा के पास ऐसी कई शिकायतें पहुंची कि मूल काम से हटकर अवस्थापना निधि के तहत मिले पैसों से दूसरे कार्य कराए जाएंगे। जीडीए का इंजीनियरिंग विभाग इस बाबत रिपोर्ट तैयार कर रहा है कि पैसा कब और किस मद के लिए रिलीज किया गया और खर्च किस काम में कब किया गया। इसके अलावा वर्तमान में इन कामों की क्या स्थिति है।
दरअसल जीडीए के विभिन्न विभाग से स्वीकृत पैसा इंजीनियरिंग विभाग को रिलीज किया जाता है। कई बार गड़बड़ी के कारण पैसा संबंधित विभाग में ट्रांसफर न होकर दूसरे में होने की संभावना बनी रहती हैं। इन सबको देखते हुए इंटरनल जांच होने जा रही है। जांच पूरी होने के बाद पता चलेगा कि कितने विकास कार्यों का स्वीकृत पैसा दूसरे में ट्रांसफर किया गया है। इससे पहले पूर्व में भी इस तरह की जांच कराई गई थी। जांच में कई बड़े खेल सामने आए थे। तब से यह सुनिश्चित किया गया था कि जिस मद में पैसा स्वीकृत होगा उसी मद में उसका उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा किसी भी अन्य कार्य के लिए उस फंड का इस्तेमाल नहीं होगा।