बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने अपने कैबिनेट सहयोगी पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री पुत्तारंगा शेट्टी के खिलाफ कार्रवाई के संकेत देते हुए कहा है कि तथ्यों का पता लगाने के लिए उन्हें कुछ और समय की दरकार है। कुमारस्वामी ने शुक्रवार को यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘‘ मैं घटना के तथ्यों को जानने तथा सही समय पर उपयुक्त कदम उठाने के प्रति सजग हूं। मैंने गंभीर मामलों का सामना कर रहे किसी भी शख्स को कभी बचाने का प्रयास नहीं किया। ’’
शेट्टी का मामला हाल में उस समय सामने आया जब विधान सौध में उनके कार्यालय में तैनात कर्मचारी से पुलिस ने 25 लाख रुपये बरामद किये थे। विधानसभा में विपक्ष के नेता बी. एस. येदियुरप्पा ने नैतिकता का हवाला देते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की थी। शेट्टी द्वारा संबंधित मामले के कवरेज को लेकर मीडिया पर रोक की मांग को लेकर कर्नाटक उच्च न्यायालय से राहत पाने में विफल रहने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ मंत्री ने अपनी छवि खराब होने के डर से खुद को सुरक्षित रखने का प्रयास किया है।’’
कांग्रेस विधायक डॉ. सुधाकर की राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लंबित रखे जाने के संदर्भ में कुमारस्वामी ने कहा कि इस मामले में बहुत से तकनीकी मसले हैं, हालांकि इन तकनीकी मसलों के स्वरुप को लेकर कुछ भी कहने से इन्कार करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ मैं ऐसे मामलों में सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं कर सकता।’’
कुमारस्वामी ने अपने पुत्र और फिल्म अभिनेता निकिल को मांड्या लोकसभा सीट से चुनाव लड़वाने संबंधी सवाल का जवाब देने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जनता दल (सेक्युलर) प्रमुख एच. डी. देवेगौड़ा निर्णय लेंगे। स्मरणीय है कि गौड़ा पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि उनके एक और पौत्र प्रजवाल रेवन्ना हासन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे तथा उनके बेंगलुरू उत्तर अथवा मांड्या लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है।