नई दिल्ली। गुरनैल सिंह गारचा के व्यक्तिगत कांस्य के अलावा उनकी आयुष रुद्रराजू और अनंत जीत सिंह नारूका की टीम के रजत पदक के रूप में भारत ने विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप में पहली बार स्कीट स्पर्धा में पदक अपने नाम कर लिए। कोरिया के चांगवान में चल रही 52वीं आईएसएसएफ विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप में भारत ने पुरुष स्कीट निशानेबाजी स्पर्धा में दो पदक जीते, जिसके साथ 10वें दिन तक उसने 22 पदक इकठ्ठे कर लिए। मौजूदा चांगवान विश्व चैंपियनशिप से पहले भारत ने सभी शॉटगन पदक ट्रैप और डबल ट्रैप स्पर्धाओं में जीते थे, लेकिन यह पहली बार है जब उसे विश्व चैंपियनशिप में भारतीय स्कीट निशानेबाजों ने पदक दिलाए हैं।
स्कीट जूनियर पुरूष स्पर्धा के क्वालिफिकेशन राउंड में गुरनैल सिंह और आयुष ने एकसमान 119 के स्कोर के साथ चार चरण के शूटआॅफ में क्वालिफाइंग के आखिरी दो पायदानों पर जगह पक्की की। आयुष ने सातवें जबकि गुरनैल ने छठे स्थान के साथ फाइनल के लिये क्वालीफाई किया। गुरनैल को हालांकि फाइनल में इटली के एलिया रूसियोली से कड़ी टक्कर मिली जिससे उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। इतालवी निशानेबाजÞ ने 60 शॉट्स में से 55 पर सटीक निशाना लगाते हुये स्वर्ण पदक तथा अमेरिका के निक मोशेटी ने 54 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता।
40 में से 38 और 46 शॉट्स में 43 सटीक निशाना लगाया
इससे पहले गुरनैल अच्छी शुरूआत करते हुये 30 में से 28 शॉट्स के साथ शीर्ष पर चल रहे थे, फिर उन्होंने 40 में से 38 और पहले 46 शॉट्स में से 43 पर सटीक निशाना लगाया, उन्हें लेकिन स्वर्ण या रजत सुनिश्चित करने के लिये आखिरी चार में से सभी चार शॉट्स पर सटीक निशाना लगाना था, लेकिन वह इससे चूक गए और तीन पर सटीक निशाना लगा सके जिससे कांस्य से संतोष करना पड़ा। जूनियर पुरुष स्कीट टीम को रजत पदक मिला जो क्वालिफिकेशन के पहले राउंड के बाद स्वर्ण पदक की होड़ में बनी हुई थी। भारतीय टीम चेक गणराज्य की टीम से एक अंक से पिछड़कर स्वर्ण नहीं जीत सकी। अनंत 117 के स्कोर के साथ 13वें नंबर पर रहे, जबकि गुरनैल और आयुष के साथ टीम का कुल स्कोर 355 रहा।