नई दिल्ली। भारतीय टेबल टेनिस महासंघ( टीटीएफआई) ने इस साल अप्रैल में गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाले अपने खिलाड़ियों को 35 लाख रुपए के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया है। टीटीएफआई ने एक सम्मान समारोह में इन पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया और अगस्त में इंडोनेशिया में होने वाले 18वें एशियाई खेलों के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। टीटीएफआई के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला और महासचिव एमपी सिंह ने इन खिलाड़ियों को सम्मानित किया।
बत्रा को सात लाख रुपए का पुरस्कार दिया गया
भारत ने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों की टेबल टेनिस प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य सहित कुल आठ पदक जीते थे। इन खेलों में शानदार प्रदर्शन कर दो स्वर्ण सहित चार पदक जीतने वाली मणिका बत्रा को सात लाख रुपए का पुरस्कार दिया गया। मणिका ने इन खेलों में महिला एकल का ऐतिहासिक स्वर्ण जीतने के अलावा महिला टीम स्वर्ण, महिला युगल रजत और मिश्रित युगल कांस्य पदक जीता। जी सत्यन और अचंत शरत कमल को साढ़े चार-चार लाख रुपए की राशि दी गयी। ये दोनों खिलाड़ी पुरूष टीम का स्वर्ण जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। शरत और सत्यन ने पुरूष युगल में भी रजत जीता था। शरत ने पुरूष एकल वर्ग में कांस्य जीता था।
हरमीत और सनिल ने पुरूष युगल में कांस्य पदक भी जीता
हरमीत देसाई और सनिल शेट्टी को ढाई-ढाई लाख रुपए दिए गए। ये दोनों टीम स्वर्ण जीतने वाली पुरूष टीम का हिस्सा थे। हरमीत और सनिल ने पुरूष युगल में कांस्य पदक भी जीता। मौमा दास को ढाई लाख रूपए दिए गए। वह स्वर्ण जीतने वाली महिला टीम का हिस्सा थीं और उन्होंने मणिका के साथ महिला युगल का रजत जीता। पूजा सहस्त्रबुद्धे, सुर्तिथा मुखर्जी और मधुरिका पाटकर को डेढ़-डेढ़ लाख रूपए दिए गए। कोच को ढाई लाख रुपए और सपोर्ट स्टाफ को 51-51 हजार रुपए दिए गए।