मुंबई। प्रो कबड्डी लीग का जलवा इस कदर सिर चढ़कर बोलने लगा है कि पहले सत्र की नीलामी में सबसे महंगा खिलाड़ी 12 लाख रुपए में बिका था जबकि छठे सत्र की नीलामी में सबसे महंगे खिलाड़ी की कीमत 1.51 करोड़ रुपए पहुंच गयी है। वीवो प्रो कबड्डी लीग की छठे सत्र की नीलामी में एक नहीं बल्कि छह-छह करोड़पति खिलाड़ी पैदा कर दिए हैं। ईरान के फज़ल अत्राचली को यू मुम्बा ने जब एक करोड़ रुपये में खरीदा तो सभी की आंखें हैरत से फैल गई थीं लेकिन इसके बाद जो हुआ उसने कबड्डी में नया इतिहास बना दिया।
इसके बाद पांच खिलाड़ियों ने एक करोड़ रुपए की कीमत को पार कर लिया। हरियाणा स्टीलर्स ने रेडर मोनू गोयत को 1.51 करोड़ रुपए की कीमत पर खरीदा जबकि तेलुगू टाइटंस ने राहुल चौधरी को 1.29 करोड़, जयपुर पिंक पैंथर्स ने दीपक निवास हुडा को 1.15 करोड़ रुपए, पुणेरी पल्टंस ने नितिन तोमर को 1.15 करोड़ और यूपी ने रिषांक देवाडिगा को 1.11 करोड़ रुपए में खरीदा। कबड्डी लीग के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब छह खिलाड़ियों ने एक करोड़ रुपए की कीमत को पार किया। सर्वाधिक कीमत पाने वाले मोनू गोयत ने बड़ी खुशी के साथ कहा ‘मुझे खुशी और हैरानी दोनों है कि मैं इस सत्र में सर्वाधिक कीमत पाने वाला खिलाड़ी बन गया है।
करोड़पति खिलाड़ी बनना सम्मान की बात
फजÞल अत्राचली ने कहा ‘अपने दूसरे घर यू मुम्बा में लौटकर मैं बहुत खुश हूं। इस टीम के साथ मेरा सफर शुरू हुआ था। प्रो कबड्डी लीग का पहला करोड़पति खिलाड़ी बनना मेरे लिये एक बड़ा सम्मान है। अत्राचली का बेस प्राइस मात्र 20 लाख रुपये था। दीपक ने कहा, "मैं बेहद रोमांचित हूं। लेकिन मैं जयपुर के लिए आगामी सत्र में अपनी जिम्मेदारी को समझता हूं।’