नई दिल्ली। ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता एमएसी मैरी कॉम के नेतृत्व में कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय महिला मुक्केबाज टीम उतरेगी। पदक की मजबूत दावेदार मैरी कॉम 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ के लिए क्वालीफाइ नहीं कर पाई थी, वहीं 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला मुक्केबाजी शामिल नहीं थी। इसीलिए मैरीकॉम का यह पहला कॉमनवेल्थ गेम्स है। 2014 इंचियोन एशियाड में गोल्ड और 2010 में एशियाड गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली मैरीकॉम के नेतृत्व में बाकी टीम को भी उनके अनुभव का फायदा मिलेगा।
5 बार की विश्व चैंपियन मैरी ने पिछले साल ही एशियन महिला चैंपियनशिप में गोल्ड जीता। साथ ही मैरी अभी तक खेले अपने सभी छह विश्व चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाली पहली मुक्केबाज भी है। 2016 में राष्ट्रपति द्वारा मैरी को राज्यसभा का सदस्य चुना गया। मैग्निफिसेंट मैरी के नाम से मशहूर इस अनुभवी मुक्केबाज से भारत के सभी खेल प्रेमियों को गोल्ड मेडल की उम्मीद है।