दोहा। भारत का विश्व एथलेटिक्स प्रतियोगिता में निराशाजनक अभियान तीन फाइनल और दो ओलम्पिक कोटा के साथ समाप्त हुआ। भारत ने इस प्रतियोगिता में 27 सदस्यीय टीम उतारी थी जिनमें से चार गुणा 400 मीटर मिक्स्ड रिले टीम, पुरुष 3000 मीटर स्टीपलचेज और महिला भाला फेंक में भारत फाइनल में पहुंच सका। इन तीन फाइनल में चार गुणा 400 मीटर मिक्स्ड रिले टीम और स्टीपलचेजर अविनाश साब्ले ने ओलम्पिक टिकट हासिल किया जबकि भाला फेंक एथलीट अनुरानी ने आठवां स्थान हासिल किया।
अनु भाला फेंक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनी। अविनाश ने प्रतियोगिता में तीन दिनों में दो बार अपना राष्ट्रिय रिकॉर्ड तोड़ा। विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में अब तक केवल अंजू बॉबी जार्ज का 2003 की विश्व चैंपियनशिप का कांस्य पदक ही भारत की एकमात्र उपलब्धि है। 2015 की विश्व चैंपियनशिप में भारत के तीन फाइनलिस्ट और 2017 की विश्व चैंपियनशिप में एक फाइनलिस्ट था।