दोहा। भारत के अविनाश साब्ले विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शुक्रवार को 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने के बावजूद 13वें स्थान पर रहे। अविनाश ने फाइनल में आठ मिनट 21.37 सेकंड का समय निकालकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और अपने ही समय में सुधार किया। अविनाश ने हीट में आठ मिनट 25.23 सेकंड का समय निकाला था लेकिन इस समय में उन्होंने फाइनल में सुधार कर दिया। इस सुधार के बावजूद अविनाश को 16 एथलीटों में 13वां स्थान मिला।
25 वर्षीय अविनाश ने हीट में आठ मिनट 25.23 सेकंड का समय निकाला था और सातवें तथा ओवरआल 20वें स्थान पर रहे थे। इस आधार पर वह फाइनल में जगह नहीं बना सकते थे क्योंकि तीन हीट में शीर्ष तीन-तीन धावकों और उसके बाद अगले छह तेज धावकों को फाइनल में जगह मिलनी थी। अविनाश को दौड़ के दौरान इथोपिया के तकेले निगाते ने बाधा पहुंचाई जिससे वह दो बार लड़खड़ा गए थे। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने इसे लेकर अपना विरोध दर्ज कराया था जिसके बाद भारतीय एथलीट को फाइनल में जगह मिली थी।
एशियाई चैंपियनशिप के रजत विजेता अविनाश का पिछला सर्वश्रेष्ठ समय आठ मिनट 28.94 सेकंड था जिसमें उन्होंने तीन सेकंड का सुधार किया था। फाइनल में उन्होंने अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार किया लेकिन यह उन्हें शीर्ष 10 एथलीटों में ले जाने के लिए पर्याप्त नहीं था। इससे पहले अर्जुन अवार्डी तजिंदरपाल सिंह तूर पुरुष गोला फेंक स्पर्धा में 20.43 मीटर का अपना सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के बावजूद 18वें स्थान पर रहकर बाहर हो गए। तूर अपने ग्रुप में आठवें स्थान पर रहे।
उनकी पहली थ्रो 20.43 मीटर थी जबकि उनकी दूसरी थ्रो फाउल रही। तीसरी थ्रो में वह 19.55 मीटर की दूरी तक गोला फेंक सके। तूर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 20.75 मीटर है जो उन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में बनाया था और स्वर्ण पदक जीता था। तजिंदर यदि अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को दोहरा भी जाते तो भी वह फाइनल में नहीं पहुंच सकते थे क्योंकि आखिरी क्वालीफाई करने वाले एथलीट की थ्रो 20.92 मीटर थी।