नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ 41 सदस्यीय मजबूत निशानेबाजी टीम दोहा में 3 नवंबर से शुरू होने वाली 14वीं एशियाई चैम्पियनशिप में उतारेगा ताकि 2020 टोक्यो ओलम्पिक के लिए अधिकतम ओलंपिक कोटे हासिल किये जा सकें। कतर की राजधानी में दोहा में होने वाले इस टूर्नामेंट में 38 ओलंपिक कोटे दांव पर लगे होंगे। भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) की चयन समिति ने 41 सदस्यीय टीम की घोषणा की जिसमें 15 ओलंपिक स्पर्धाओं के निशानेबाज शामिल हैं। भारत अब तक टोक्यो के लिए राइफल और पिस्टल स्पर्धाओं में नौ कोटा हासिल कर चुका है और वह दोहा में शॉटगन स्पर्धाओं में अपना ओलम्पिक कोटा का खाता खोलना चाहेगा।
पुरूष 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के एमक्यूएस वर्ग में अनुभवी राइफल निशानेबाज संजीव राजपूत को रखा गया है। ऐसा इसलिए किया गया है कि यदि इस स्पर्धा का दूसरा ओलंपिक कोटा नहीं हासिल किया जाता है तो संजीव को टोक्यो के लिये रखा जा सके। राजपूत पिछले रियो ओलम्पिक में कोटा हासिल करने के बावजूद हिस्सा नहीं ले पाए थे। इस स्पर्धा में दिव्यांश पंवार ने देश को मिलने वाले अधिकतम दो कोटे में से 10 मीटर एयर राइफल में भारत के लिये एक कोटा हासिल किया था। टीम में नये चेहरों श्रवण कुमार को पुरूष 10 मीटर एयर पिस्टल में अभिषेक वर्मा और सौरभ चौधरी के साथ रखा गया है। दोहा में पुरूष 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में चार कोटे हासिल किये जा सकते हैं। भावेश शेखावत को इसमें अनीष भनवाला और आदर्श सिंह के साथ रखा गया है।