नई दिल्ली। भारत को ब्राजील की राजधानी रियो डी जेनेरो में चल रहे वर्ष के चौथे और आखिरी आईएसएसएफ विश्वकप राइफल/पिस्टल टूर्नामेंट में रविवार को 10वां ओलंपिक कोटा नहीं मिल पाया जबकि अपूर्वी चंदेला और दीपक कुमार ने सोमवार को अंतिम दिन 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीत लिया। महिला 10 मीटर एयर राइफल में विश्व की नंबर एक निशानेबाज अपूर्वी ने दीपक के साथ भारत को इस विश्व कप का चौथा स्वर्ण दिलाया।
अंजुम मुद्गिल और दिव्यांश सिंह पंवार ने इस स्पर्धा का कांस्य पदक जीता। भारत इस तरह इस साल चारों विश्व कप में शीर्ष स्थान पर रहा। अपूर्वी और दीपक ने एकतरफा फाइनल में चीनी जोड़ी यांग कियान और यू हाओनान को 16-6 से हराया। इस स्पर्धा में 16 अंक तक पहले पहुंचने वाली टीम जीतती है और टोक्यो ओलम्पिक में यही फॉर्मेट इस्तेमाल होगा। अंजुम और दिव्यांश ने कांस्य पदक मुकाबले में हंगरी की जोड़ी को 16-10 से हराया। इससे पहले अनीश भनवाला, आदर्श सिंह और अनहद जवांडा की युवा तिगड़ी ने पुरुष रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन वह शीर्ष छह निशानेबाजों के फाइनल में जगह नहीं बना सके।
अनीश ने रैपिड फायर राउंड में 286 और प्रिसिजन राउंड में 291 का स्कोर किया। वह कुल 577 के स्कोर के साथ 18वें स्थान पर रहे। आदर्श 576 के स्कोर के साथ 25वें स्थान पर रहे जबकि अनहद को 573 के स्कोर के साथ 30वां स्थान मिला। अनहद ने रैपिड में 292 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर किया। इस स्पर्धा में यह स्थिति रही कि एक गैर फाइनलिस्ट ने दो ओलंपिक कोटा में से एक हासिल कर लिया। छह फाइनलिस्ट में दो जर्मन और दो चीनी निशानेबाज थे जिनके देश को पहले की प्रतियोगिताओं में कोटा मिल चुके थे। क्यूबा के प्यूपो ल्युरिस भी पहले ही कोटा हासिल कर चुके थे। पाकिस्तान के निशानेबाज मोहम्मद खलील अख्तर ने 586 का स्कोर कर फाइनल में पांचवें स्थान के साथ जगह बनायी और एक कोटा ले उड़े। दूसरा कोटा कोरिया के किम जुनहोंग को मिला जो 585 के स्कोर के साथ सातवें स्थान पर रहे।