नई दिल्ली। एशियाई खेलों और एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले मुक्केबाजÞ अमित पंघल और विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता गौरव बिधूड़ी के नाम की प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार के लिये सिफारिश की गयी है जबकि संध्या गुरुंग और शिव सिंह के नाम द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए भेजे गए हैं। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने मंगलवार को यह घोषणा की। महासंघ ने अगले टोक्यो ओलंपिक के लिये मुक्केबाजी में भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीद माने जा रहे हरियाणा के रोहतक के अमित का नाम अर्जुन पुरस्कार के लिये केंद्रीय खेल मंत्रालय को भेजा है। खुद अमित ने मंगलवार को यहां भारतीय मुक्केबाजों के लिये आयोजित सम्मान समारोह में इस बात की पुष्टि की कि उनका नाम अर्जुन पुरस्कार के लिये भेजा गया है।
अमित ने कहा,‘‘मुझे खुशी है कि मुक्केबाजी महासंघ ने मेरा नाम अर्जुन पुरस्कार के लिये भेजा है। मुझे पूरी उम्मीद है कि इस बार मुझे अर्जुन पुरस्कार मिल जाएगा। मैंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक के बाद अब एशियाई चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता है।’’ अमित का नाम मुक्केबाजी महासंघ ने पिछले साल अर्जुन पुरस्कार के लिये भेजा था लेकिन उनके नाम पर 2012 के उनके नाकाम डोप टेस्ट के कारण विचार नहीं किया गया। तब अमित पर एक वर्ष का प्रतिबंध भी लगा था। लेकिन पिछले एक वर्ष में अमित ने मुक्केबाजी में देश का नाम लगातार रौशन किया है।
राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने के बाद अमित ने जकार्ता एशियाई खेलों में लाइट फ्लाईवेट (49 किग्रा) में मौजूद ओलंपिक चैंपियन उज्बेकिस्तान के हसनबाय दुस्मातोव को हराकर स्वर्ण पदक जीता था। इस वर्ष अमित ने बुल्गारिया में स्ट्रैंटजा मेमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था। वह इसके बाद अपना वजन वर्ग बदलते हुये 49 किग्रा से 52 किग्रा में चले गये थे। अमित ने अपने नये वजन वर्ग में एशियाई चैंपियनशिप में दुस्मातोव को फिर हराते हुये स्वर्ण पदक जीता था। अमित के साथ विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता बिधूड़ी का नाम भी अर्जुन पुरस्कार के लिए भेजा गया है। द्रोणाचार्य पुरस्कारों के लिए संध्या और शिव का नाम भेजा गया है। संध्या लगभग एक दशक से महिला एलीट टीम के साथ जुडी हुई हैं जबकि शिव पिछले 30 वर्षों से कोंिचग दे रहे हैं।