नई दिल्ली। पूर्व विश्व विजेता सरिता देवी, पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन निखत जरीन और बीते साल आयोजित विश्व चैम्पियनशिप के 20वें संस्करण में रजत पदक जीतने वाली सोनिया चहल 16 से 27 अप्रैल तक थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में होने वाली एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में 20 सदस्यीय भारतीय महिला दल की अगुवाई करेंगी। 2017 में वियतनाम में आयोजित इस चैम्पियनशिप के पिछले संस्करण में एकमात्र स्वर्ण जीतने वाली छह बार की चैम्पियन एमसी मैरीकॉम ने इसी साल होने वाली विश्व चैम्पियनशिप के मद्देनजर एशियाई चैम्पियनशिप से हटाने का फैसला किया है।
इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित तीन दिवसीय ट्रायल के आधार पर कई युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों ने भारतीय टीम में जगह बनाने में सफलता हासिल की है। इन ट्रायल्स में कुल 46 मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया। जरीन ने 51 किग्रा के फाइनल में जहां पिंकीं रानी को 4-1 से हराकर पोल पोजीशन हासिल किया। पिंकी को रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर टीम में रखा गया है। दो बार युवा विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीत चुकीं हरियाणा की युवा मुक्केबाज नीतू ने 48 किग्रा वर्ग में मंजू रानी को 5-0 से हराया। 54 किग्रा चुनौती में हरियाणा की मनीषा ने मैसराम मीनाकुमारी को 3-2 से हराया। मैसराम ने स्ट्रांद्जा मेमोरियल मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीता था। बीते साल आयोजित विश्व चैम्पियनशिप के 20वें संस्करण में रजत पदक जीतने वाली सोनिया चहल को 57 किग्रा वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेदारी मिली है। सोनिया ने इस वर्ग के फाइनल में साक्षी को हराया।
60 किग्रा में सरिता ने परवीन को 4-1 से हराया और बीते साल विश्व चैम्पियनशिप के प्री-क्वार्टर फाइनल में हार झेलने के बाद एक बार फिर इस प्रतियोगिता में वापसी कर रही हैं। 64 किग्रा में भारत की उम्मीद को पंजाब की सिमरनजीत कौर सम्भालेंगी। इसी तरह 69 किग्रा में असम की लवलीना बोरगोहिन को यह जिम्मेदारी मिली है। कौर ने जहां फाइनल में पिलाओ बासुमतारी को हराया वहीं लवलीना ने अंजलि तुशीर को मात दी। हारी हुई खिलाड़ी रिजर्व के तौर पर टीम में हैं। हरियाणा की नुपुर और पूजा रानी ने क्रमश: 75 किग्रा और 81 किग्रा वर्ग में अपना स्थान सुरक्षित करा लिया है। नुपुर ने पूजा को 4-1 से हराया जबकि पूजा रानी ने नंदिनी पर 5-0 से जीत दर्ज की। अनुभवी मुक्केबाज सीमा पूनिया 81 (प्लस) कटेगरी में चुनौती पेश करेंगी। सीमा ने कविता चहल को 4-1 से हराया। एशियाई महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप का यह आठवां संस्करण होगा। इस साल इस चैम्पियनशिप का आयोजन पुरुषों की चैम्पियनशिप के साथ ही होगा। यह पहला मौका है जब महिला एवं पुरुष मुक्केबाज एक ही स्थान पर खेलेंगे। विश्व चैम्पियनशिप के पिछले संस्करण में भारत ने कुल सात पदक जीते थे। इनमें एक स्वर्ण, एक रजत और पांच कांस्य शामिल हैं।