नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद से ही डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार लगातार कदम उठा रही है। इसके तहत सरकार की ओर से कई बड़े फैसले लिए गए। इस वजह से बीते दो वर्षों में डिजिटल ट्रांजेक्शन में बढ़ोतरी भी हुई है लेकिन इसके साथ ही लोगों की परेशानियां भी बढ़ी हैं।
लोकपाल की नियुक्ति
कुछ लोगों के आॅनलाइन ट्रांजेक्शन के दौरान पैसे भी फंस गए हैं तो बहुत ऐसे भी लोग हैं जिन्हें ट्रांजेक्शन में दिक्कत होती है। इन परेशानियों को देखते हुए रिजर्व बैंक ने डिजिटल ट्रांजेक्शन ओम्बड्समैन यानी लोकपाल बनाने का फैसला किया है।