नई दिल्ली। 90 करोड़ से अधिक डेबिट व क्रेडिट कार्ड के बंद होने का खतरा फिलहाल टल गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कंपनियों को राहत देने के बजाए आम जनता को बड़ी राहत दी है। हालांकि विदेशी कार्ड पेमेंट गेटवे कंपनियों पर कुछ बंदिशें जरूर लगा दी गई है। इस मामले में जल्द आरबीआई कंपनियों को कुछ दिशा-निर्देश दे सकता है। आपको बता दें कि देश में सबसे ज्यादा डेबिट व क्रेडिट कार्ड मास्टरकार्ड और वीजा के जारी होते हैं। आरबीआई विदेश में स्थित सर्वर को देश में स्थापित करने के लिए कंपनियों को काफी समय से कह रहा है।
इन कंपनियों का कहना है कि वक्त तो कम है ही, उन्हें नई पॉलिसी की पूरी जानकारी भी नहीं है। डाटा स्थानीय स्तर पर लागू करने के दौरान व्यापारियों को ज्यादा सावधान रहना होगा और उपभोक्ताओं को नए सिरे से कागजात देने होंगे। इस बीच, पेटीएम और फोनपे जैसी घरेलू पेमेंट कंपनियों ने आरबीआई के कदम का समथज़्न किया है। पेटीएम ने कहा कि अहम डाटा की जानकारी किसी भी सूरत में देश से बाहर नहीं जानी चाहिए, प्रोसेसिंग के लिए भी नहीं। वहीं फोनपे ने कहा कि हमने आरबीआई को सूचित कर दिया है कि हमारा डाटा सिस्टम पूरी तरह स्थानीय है। हमने समयसीमा के भीतर इस काम को पूरा किया है।