नई दिल्ली। एआई की उपलब्धता सुलभ बनाने की साझा प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए नीति आयोग एवं माईक्रोसॉफ्ट इंडिया ने देश के विकास के लिए एआई के फायदों का उपयोग करने के लिए आज एक समझौते की घोषणा की। समझौते के तहत, माईक्रोसॉफ्ट इंडिया कृषि, हेल्थकेयर एवं पर्यावरण सहित अनेक प्रमुख क्षेत्रों में नए अभियानों एवं समाधानों के लिए अपनी वर्टिकल विषेशज्ञता, क्लाउड एवं एआई शोध को मिलाकर नीति आयोग को सपोर्ट करेगा। माईक्रोसॉफ्ट स्थानीय लैंग्वेज कंप्यूटिंग अपनाने एवं विकास के लिए एआई के उपयोग को गति प्रदान करेगा। इसके अलावा यह शिक्षा द्वारा कार्यबल में एआई के लिए क्षमता निर्माण करेगा।
इस समझौते की घोषणा करते हुए अमिताभ कांत, सीईओ-नीति आयोग ने कहा हमारे देश के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शक्ति को हेल्थकेयर, शिक्षा, पर्यावरण एवं कृषि जैसे क्षेत्रों में प्रयुक्त करने की आवश्यकता है, क्योंकि ये सेक्टर भारत के समावेशी विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह पार्टनरशिप हमें पायलट्स से आगे बढ़कर यह समझने में मदद करेगी कि सार्वजनिक हित के लिए विविध सेक्टरों में एआई को कैसे स्केल किया जाए। इस सहयोग के बारे में अनंत महेश्वरी, प्रेसिडेंट- माईक्रोसॉफ्ट इंडिया ने कहा हमें भारत में परिवर्तनकारी यात्रा के अगले चरण में नीति आयोग को सपोर्ट करने पर गर्व है।
एआई में सामाजिक आर्थिक प्रगति के लिए समाज की समस्याओं का समाधान करने और देश के विकास में सहयोग करने की शक्ति है। माईक्रोसॉफ्ट निरंतर लोगों और दुनिया के लिए टेक्नॉलॉजी की उपयोगिता की सीमाएं बढ़ा रहा है। यह सहयोग टेक्नॉलॉजी द्वारा अधिक कार्य करने के लिए हर व्यक्ति एवं संस्थान को सशक्त बनाने के हमारे प्रयास को प्रदर्शित करता है। समझौते के तहत, माईक्रोसॉफ्ट नीति आयोग को निम्नलिखित उन्नत एआई-आधारित समाधान प्रदान करेगा, ताकि कृषि एवं हेल्थकेयर में समस्याओं का समाधान किया जा सके जैसे फार्म एडवाईजरी सर्विसेस, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में हेल्थकेयर स्क्रीनिंग मॉडल, पर्यावरण, नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग आदि शामिल है।