इंदौर। देशभर के 4 करोड़ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम खुदरा दुकानदारों के प्रतिनिधि संगठन फेडरेशन आॅफ रिटेलर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (एफआरएआई) ने देशभर के अपने सदस्य रिटेल एसोसिएशनों के साथ कन्फेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की रथयात्रा का इंदौर में स्वागत किया।
वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे के विरोध में देशभर के व्यापारियों ने 90 दिन की रथयात्रा का ऐलान किया है। यह रथयात्रा इंदौर पहुंची। एफआरएआई ने इंटरनेट मार्केटिंग कंपनियों द्वारा अपनाई जाने वाली डीप डिस्काउंटिंग, लॉसफंडिंग और मार्केट कन्संट्रेशन रणनीतियों के कारण लाखों परिवारों की आजीविका पर आसन्न खतरों को देखते हुए भारत सरकार से वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदा रद्द करने की अपील भी की है। भारत में असंगठित खुदरा क्षेत्र रोजगार सृजन के मामले में कृषि के बाद दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है।
बहुत से खुदरा दुकानदार आर्थिक रूप से निचले तबके से आते हैं। फेडरेशन आॅफ रिटेलर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया के अध्यक्ष श्रीरामआसरे मिश्रा ने कहा, हमारा मानना है कि वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे से भारत के लाखों छोटे दुकानदारों की आजीविका पर संकट आ जाएगा। एफआरएआई के सदस्य संगठनों में उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम के 34 रिटेल एसोसिएशंस शामिल हैं।
फेडरेशन देश में गरीब खुदरा दुकानदारों के हितों की रक्षा के लिए कार्यरत है और उनके रोजगार को प्रभावित करने वाले मुद्दों को उठाता है तथा अपनी स्थिति को व्यक्त करने में अक्षम लोगों की सहायता करता है। फेडरेशन सरकार की उन नीतियों की ओर भी ध्यान आकर्षित करता है, जो असंगठित खुदरा कारोबार क्षेत्र में रोजगार को सवंर्धित एवं संरक्षित करने में सहायक होती हैं और देश में कारोबार करने के लिए सुगम माहौल बनाती हैं।